अनियमित विद्युत आपूर्ति से परेशान उपभोक्ताओं ने मुरार पॉवर सब स्टेशन में किया प्रदर्शन
अनियमित विद्युत आपूर्ति से परेशान मुरार पॉवर सब स्टेशन से जुड़े उपभोक्ताओं ने मंगलवार को पीएसएस पहंुच प्रदर्शन किया। इस दौरान वहा मौजूद कर्मी से सामान्य तथा कृषि फीडर में कम आपूर्ति होने के संबंध में पूछताछ भी की तो कर्मी द्वारा बताया गया कि उपर से ही कम आपूर्ति आ रही हैं। हालांकि, ग्रामीणों को यह बात पचने वाली नहीं थी।
- बोले उपभोक्ता सामान्य व कृषि दोनों फीडरों में निर्बाध गति से नहीं मिल रही है बिजली, फोन नहीं उठाते है अधिकारी, उर्जा मंत्री व मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत
केटी न्यूज/चौगाईं
अनियमित विद्युत आपूर्ति से परेशान मुरार पॉवर सब स्टेशन से जुड़े उपभोक्ताओं ने मंगलवार को पीएसएस पहंुच प्रदर्शन किया। इस दौरान वहा मौजूद कर्मी से सामान्य तथा कृषि फीडर में कम आपूर्ति होने के संबंध में पूछताछ भी की तो कर्मी द्वारा बताया गया कि उपर से ही कम आपूर्ति आ रही हैं। हालांकि, ग्रामीणों को यह बात पचने वाली नहीं थी। जदयू नेता सीताराम सिंह के नेतृत्व में पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि सरकार ने कृषि फीडरो मे प्राथमिकता के आधार पर बिजली आपूर्ति करने का निर्देश दिया है।
फिर आपूर्ति कम कैसे हो सकती है। ग्रामीणों ने बिजली कंपनी के अधिकारियों पर गंभीर आरोप भी लगाए। नेतृत्व कर रहे सीताराम सिंह ने कहा कि मुरार से पहले जब उनलोगों का पीएसएस डुमरांव हुआ करता था तब ऐसी समस्या नहीं थी। बल्कि ग्रामीणों को निर्बाध गति से बिजली मिलती थी। उन्होंने कहा कि अब तो हल्की हवा चलने या बूंदाबांदी होने पर भी घंटो बिजली कट जा रही है। उन्होंने कहा कि इसकी शिकातय उर्जा मंत्री व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की जाएगी। ग्रामीण नंदलाल पंडित ने कहा कि बिजली आपूर्ति के संबंध में जब कंपनी के अधिकारियों के पास फोन किया जाता है
तो या तो वे फोन नहीं उठाते है या फिर फोन उठाने पर उल्टा जबाव देते है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। यही कारण है कि मंगलवार को दर्जनों की संख्या में ग्रामीण प्रदर्शन करने मुरार पॉवर सब स्टेशन पहंुचे थे। प्रदर्शन करने वालों में धर्मदेव तिवारी, बबुआ सिंह, किशोर कुमार सिंह समेत कई अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
पिछले पखवाड़े जनप्रतिनिधियों ने तालाबंदी का दिया था अल्टीमेटम
बता दें कि पिछले पखवाड़े इसी पॉवर सब स्टेशन से जुड़े स्थानीय मुरार व चौगाईं पंचायत में हल्की बारिश के बाद करीब 72 घंटे तक विद्युत आपूर्ति ठप हो गई थी। तब प्रखंड प्रमुख ऋषिकांत सिंह के नेतृत्व में पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने बिजली कंपनी के अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया था कि शाम चार बजे तक बिजली नहीं आती है तो पॉवर सब स्टेशन में तालाबंदी किया जाएगा। इसके बाद आपूर्ति बहाल हो सकी थी। अनियमित आपूर्ति के कारण इस पीएसएस से जुडे़ उपभोक्ताओं में आक्रोश चरम पर पहुंचने लगा है।
बिजली के अभाव में बाधित हो रही है रोपनी
बता दें कि इन दिनों धान की रोपनी चल रही है। जिस कारण सरकार द्वारा कृषि फीडरो में 16 घंटे आपूर्ति देने का निर्देश दिया गया है। इलाके के किसान सूखे की मार झेल रहे है। बारिश नहीं होने तथा नहरों में पानी नहीं आने से किसानों के लिए विद्युत आपूर्ति ही एकमात्र सहारा बची है, जिसके सहारे वे मोटर पंप चला धान की रोपनी या बिचड़ों की सिंचाईं करा सकते है। लेकिन आपूर्ति बदहाल होने से किसानों के समक्ष धान की रोपनी और बिचड़ो की सिंचाईं का यक्ष प्रश्न खड़ा हो गया है। जिससे किसानों में भी आक्रोश गहराने लगा है।