राजपुर ट्रिपल मर्डर: दूसरे दिन भी जारी रहा बुलडोजर ऐक्शन, मुख्य आरोपियों का घर पूरी तरह से हुआ ध्वस्त
राजपुर ट्रिपल मर्डर के आरोपियों के धर पुलिस का बुलडोजर ऐक्शन लगातार दूसरे दिन जारी रहा है। शुक्रवार को भी मजिस्ट्रेट व भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में इस जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपियों पूर्व जिप उपाध्यक्ष व पूर्व मुखिया संतोष यादव व मनोज यादव के घर पर बुलडोजर चला उसे जमींदोज किया गया। इस दौरान पुलिस उनके आलीशन घर को मिट्टी में मिलाने के साथ ही विशाल दरवाजे व खिड़कियां तक उखाड़ ले गई। शुक्रवार को इस कार्रवाई के दौरान सदर एसडीएम अविनाश कुमार व डीएसपी धीरज कुमार मौके पर मौजूद रहे। दूसरे दिन भी अहियापुर गांव पुलिस छावनी में तब्दील रहा।

- गुरूवार को भी पांच आरोपियों के घर चला था बुलडोजर, प्रशासन की ताबड़तोड़ कार्रवाई से पीड़ितों को न्याय मिलने की जगी उम्मीद
केटी न्यूज/बक्सर
राजपुर ट्रिपल मर्डर के आरोपियों के धर पुलिस का बुलडोजर ऐक्शन लगातार दूसरे दिन जारी रहा है। शुक्रवार को भी मजिस्ट्रेट व भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में इस जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपियों पूर्व जिप उपाध्यक्ष व पूर्व मुखिया संतोष यादव व मनोज यादव के घर पर बुलडोजर चला उसे जमींदोज किया गया। इस दौरान पुलिस उनके आलीशन घर को मिट्टी में मिलाने के साथ ही विशाल दरवाजे व खिड़कियां तक उखाड़ ले गई। शुक्रवार को इस कार्रवाई के दौरान सदर एसडीएम अविनाश कुमार व डीएसपी धीरज कुमार मौके पर मौजूद रहे। दूसरे दिन भी अहियापुर गांव पुलिस छावनी में तब्दील रहा। भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में ही मुख्य आरोपियों के घर बुलडोजर चलाया गया। बता दें कि इसके पूर्व गुरूवार को भी इस हत्याकांड में नामजद पांच आरोपियों के घर बुलडोजर चला था। इस दौरान पुलिस उनके घर से पालतू मवेशियों के साथ ही सारा सामान उठा ले गई थी। वहीं, दूसरे दिन भी पुलिस की कार्रवाई जारी रहने से आरोपियों में हड़कंप मच गया है।
नहीं मिल सका है मुख्य आरोपियों का सुराग
बता दें कि राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में 24 मई की सुबह मनोज यादव व संतोष यादव ने सरकारी जमीन पर कब्जे के लिए एक ही परिवार के पांच लोगों को गोली मार दी थी। वर्चस्व की इस जंग में खूनी खेल खेलने के बाद पुलिस ने इस घटना को चुनौती के तौर पर लिया था। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि खुद एसपी शुभम आर्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए की जा रही छापेमारी से लेकर छह दिन के अंदर उनकी संपति कुर्क करने तक की कार्रवाई पर नजर बनाए हुए है। उनके मॉनिटरिंग में ही पुलिस की सारी कवायदे चल रही है, बावजूद इस नरसंहार को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर है। जिससे कई सवाल खड़े हो रहे है। मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से जहां पीड़ित परिवार में भय व्याप्त है वहीं पुलिस के सूचना तंत्र पर भी सवाल उठने लगे है।
बयान
राजपुर ट्रिपल मर्डर की घटना काफी जघन्य है। पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई कर रही है। पांच आरोपियों की चल व अचल संपति कुर्क की जा चुकी है। एक को पहले ही गिरफ्तार किया गया था, जबकि दो ने पुलिस दबिश में न्यायालय के समक्ष आत्मसमपर्ण कर दिया है। कुर्की जब्ती के बाद भी पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। - शुभम आर्य, एसपी, बक्सर