समय से पहले डॉक्टर गायब, 41 मिनट मरीज करते रह गए इंतजार : बेरंग लौटे
फिजियोथेरेपिस्ट को दे दी थी सामान्य ओपीडी की कमान, डीएम ने कहा करेंगे जांच
बारिश में भींगकर अस्पताल पहुंचे लोग इलाज को तरसे, व्यवस्था की खुली पोल
केटी न्यूज/डुमरांव
अनुमंडलीय अस्पताल की व्यवस्था स्वास्थकर्मियो की मनमानी के कारण पटरी पर नहीं लौट रही है। डीएम की सख्त मॉनिटरिंग के बावजूद अस्पताल में फिजियोथेरेपिस्ट जेनरल ओपीडी संभाल रहे हैं। मंगलवार दोपहर एक बजे रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पहुंचे मरीज पुर्जी कटाने के बाद जेनरल फिजिशियन के चैंबर में दोपहर 01:13 में पहुंचे। रोस्टर के अनुसार सामान्य कक्ष में डॉ शिव कुमार चौधरी की ड्यूटी थी,
लेकिन डॉक्टर साहब चैंबर से गायब थे, और उनकी जगह फिजियोथेरेपिस्ट डॉ अजय कुमार सिंह ओपीडी संभाले हुए थे। सामान्य मरीजों को फीजियोंथेरेपिस्ट दनादन दवा लिख रहे थे। फिर जैसे ही उन्हें मालूम हुआ की मीडिया के लोग आए हुए हैं ओपीडी चेम्बर से गायब हो गए। समय से पहले डॉक्टर गायब हो जाने से, 41 मिनट तक मरीज ओपीडी में सेवा में डाक्टर का इंतजार करते रहे, लेकिन नहीं आने पर बैरंग वापस लौट गए।
फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा मरीजों की ओपीडी में सामान्य मरजों को देखें जानक जानकारी जैसे ही डीएम अंशुल अग्रवाल को मिली उन्होंने जांच करने का अदेश देते हुए एडीएम को जांच के लिए भेजा। मिली जानकारी के अनुसार काउंटर पर रजिस्ट्रेशन कराकर जेनरल कक्ष में पहुंचे मरीज अपनी बारी का इंतजार करते रहे। लगभग दोपहर 01:19 से ओपीडी के 02:00 बजे बंद होने तक कोई डॉक्टर कक्ष में नहीं आया, मरीज इंतजार करते रह गए। दूर दराज से बारिश में आए मरीजों को बेरंग वापस लौटना पड़ा।
हालांकि ओपीडी का समय खत्म होते देख इक्के दुक्के मरीजों का अन्य विभागों के डॉक्टरों ने इलाज किया, लेकिन न जाने जेनरल फिजिशियन डॉ शिव कुमार चौधरी कहां गायब रहे कि वो दो बजे तक चैंबर में नहीं आए। इसी बीच मरीज द्वारा जानकारी डीएम अंशुल अग्रवाल को दी गई। फिर क्या डीएम ने इस मामले को सख्ती से लेते हुए इसकी जांच कराने का आश्वासन दिया। डीएम ने कहा कि अगर जांच में डॉक्टर गायब मिले तो कड़ी से कड़ी कारवाई की जायेगी।
इसी दौरान टोकन नंबर 25501890 के अरियांव गांव की उर्मिला देवी ने बताया कि उनका इलाज नही हो सका, 2 बजे से पहले ही डॉक्टर गायब हो गए। सामान्य चैंबर में कोई नहीं था, वहीं टोकन नंबर 25505504 पुराना भोजपुर के संदीप कुमार पाठक ने बताया कि बारिश के बीच अस्पताल पहुंचे, भींग भी गए लेकिन इलाज नही हुआ। विशेष समस्या थी लेकिन सामान्य चैंबर समय से पहले ही खाली था। पूछने पर बताया जा रहा था कि डॉक्टर साहब खाना खाने गए है लेकिन 2 बजे तक भी डॉक्टर नहीं आए।
टोकन नंबर 25482360 के मरीज जो नगर के रजई मिश्रा के गली निवासी सोनू कुमार थे, बताया कि दुकान छोड़कर आए हैं, सोचा था कि डॉक्टर को दिखाकर दवा ले लेंगे लेकिन दुकानदारी भी बंद रही और डॉक्टर को दिखा भी नही सके। टोकन नंबर 25500324 के मरीज अनूप कुमार उपाध्याय ने बताया कि फिजियोथेपिस्ट ने उन्हे देख लिया था,
उनकी दवाइयां बस लिखनी थी लेकिन अचानक फिजियोथेरेपिस्ट सामान्य कक्ष से बाहर निकल गए। ऐसे में सहज अनुमान लगया जा सकता है कि अनुमंडलीय अस्पताल की व्यवस्था किस तरह से चेल रही है। इस संबंध में जब डीएम अंशुल अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि
ड्यूटी पीरियड में डॉक्टर के गायब होने की सूचना मिली है। मामले की जांच हो रही है। तय रोस्टर के अनुसार ड्यूटी न करने वाले चिकित्सकों पर कड़ी कारवाई की जायेगी।