मां -बेटी की गला दबाकर किसने की हत्या

मां -बेटी की गला दबाकर किसने की हत्या
परिजनों से पूछताछ करते पुलिस के अधिकारी

-पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी ने किया घटना स्थल का निरीक्षण, परिजनों से की पूछताछ

-एसपी बोले, बहुत जल्द होगा घटना स्थल का खुलासा

-आईजी ने कहा, प्रथम दृष्टया हत्या के पीछे सामने आया है भूमि विवाद का मामला 

केटी न्यूज/ गाजीपुर

मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के कठउत गांव में रविवार की रात मां-बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी गई। सूचना मिलने पर सोमवार को आईजी वाराणसी, एसपी सहित अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। संबंधितों से घटना के संबंध में जानकारी लेने के बाद कोतवाली पुलिस को शीघ्र मामले के पर्दाफाश का निर्देश दिया। वारदात के पीछे जमीनी विवाद का मामला सामने आ रहा हैं।

बताया गया है कि कठउत गांव निवासी की कौशल्या देवी (70) पत्नी स्व.केदार राजभर अपनी पुत्री मालती (35) पत्नी वीरेंद्र राजभर चितबड़ागांव बलिया व पुत्र गौरी राजभर के साथ रहती थी। रात में गौरी राजभर कहीं निमंत्रण में गया था। वहां से लौटने के बाद घर न आकर दूसरी जगह सो गया। रात में मां-बेटी कमरे के अंदर सोई थी। सुबह जब गौरी घर गया तो देखा कि उसकी मां व बहन कमरा के बाहर मकान के अंदर बने अर्धनिर्मित कमरा में जमीन पर मृत पड़ी थी। उनके मुंह से खून निकला हुआ था। यह देख वह बिलखते हुए इसकी जानकारी पास-पड़ोस के लोगों को दिया।

मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। सूचना मिलने पर सीओ श्याम बहादुर सिंह व प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार मिश्रा मय फोर्स मौके पर पहुंचते हुए घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। आईजी वाराणसी के.सत्यनारायण, पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह,अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अभिषेक भारती घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी ली। फोरेंसिक टीम ने सघन जांच करते हुए मौके से नमूने लिए। घटना को लेकर ग्रामीणों में इस बात की चर्चा रही कि पट्टीदार मोहन राजभर की करीब साढ़े सात मंडा जमीन गौरी ने गांव के संजय राय के साथ मिलकर मुसाफिर राम को 22 लाख में दो वर्ष पूर्व बिकवा दिया था। मोहन का आरोप था कि उसे जमीन का रुपया नहीं मिला है, पूरा रुपया गौरी और संजय ने मिलकर लिया।

जमीन का रुपया मुसाफिर को वापस कर जमीन मोहन को देने को लेकर कई बार गांव में पंचायत भी हुई थी। इस जमीन का रुपया गौरी व संजय को वापस करना था। जबसे रुपये का विवाद शुरू हुआ, गौरी की पत्नी अपने बच्चों सहित मायके जाकर रहने लगी। वहीं गौरी की बहन मालती देवी मासूम पुत्र बाबू के साथ अपनी बूढ़ी मां कौशल्या की देखरेख के लिए मायके कठउत आकर रहने लगी। पुलिस व गांव के लोग जमीन के रुपये को लेकर ही हत्या की आशंका जता रहे है। आईजी के. सत्यनारायण ने बताया कि शवो को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रथम दृष्टया मामला जमीन बेचने के रुपये के लेन-देन से जुड़ा लग रहा है। वैसे पुलिस कई पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच में लगी है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।