रक्षाबंधन, तीज, जिउतिया, विश्वकर्मा पूजा, जन्माष्टमी, गुरु नानक जयंती जैसे त्योहारों पर शिक्षा विभाग ने छुट्टियां की रद्द, गिरिराज सिंह ने कह दी इतनी बड़ी बात
शिक्षा विभाग ने रक्षाबंधन, हरितालिका व्रत तीज, जिउतिया, विश्वकर्मा पूजा, श्री कृष्ण जन्माष्टमी, भाई दूज, गुरु नानक जयंती जैसे कई पर कई त्योहारों पर छुट्टियां रद्द कर दी है। 28 अगस्त से 31 दिसंबर तक सरकारी विद्यालयों में लगभग 23 छुट्टियां थी, जिसे घटाकर शिक्षा विभाग ने 11 कर दिया है। बिहार में शिक्षकों की छुट्टी कम करने पर एक बार फिर से बवाल मच गया है। शिक्षक इससे काफी नाराज हैं। बिहार की राजनीति में भी आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। बिहार टीईटी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने कहा कि अब तक विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश और विभिन्न पर त्योहारों को मिलाकर 60 दिनों की छुट्टियां होती थी और 52 दिन रविवार की छुट्टी। ऐसे में साल में इसके बाद भी 252 दिन विद्यालय चलते हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग का यह तर्क की 220 दिन विद्यालय के संचालन के लिए छुट्टियों को रद्द किया गया है यह अपने आप में हास्यासपद है।
भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा:
संभव है कि कल बिहार में शरिया भी लागू कर दी जाये और हिंदू त्योहार मनाने पर रोक भी लग जाए। बता दें कि 9 दिन की छुट्टी को घटाकर सिर्फ 4 दिन का कर दिया गया है। दीपावली से छठ पूजा तक के लिए अब तक लगातार छुट्टियां रहती थी। इस पूरे 9 दिन की लगातार छुट्टी को घटाकर सिर्फ 4 दिन का कर दिया गया है। अब दीपावली के दिन एक दिन की छुट्टी, चित्रगुप्त पूजा की एक दिन की छुट्टी और छठ के समय की 2 दिन की छुट्टी मिलेगी।
शिक्षा विभाग ने बताया कारण
छुट्टियों के बदलाव पर शिक्षा विभाग का कहना है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के तहत प्राथमिक विद्यालयों में वर्ष में 200 दिन और मध्य विद्यालयों में 220 दिनों का कार्यदिवस होना जरूरी है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने कहा कि चुनाव परीक्षा, त्योहार, प्राकृतिक आपदाओं के कारण विद्यालयों में पढ़ाई प्रभावित होती है। इसके साथ ही त्योहारों के मौके पर विद्यालयों के बंद होने की प्रक्रिया में भी एकरूपता नहीं है। किसी त्योहार में किसी जिले में विद्यालय खुले होते हैं तो किसी में बंद । इसीलिए शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है जो इस प्रकार होगा-
2. अनंत चतुर्दशी/ हजरत मोहम्मद साहब की जयंती-28 सितम्बर (गुरुवार)
3. महात्मा गांधी जयंती- 2 अक्टूबर (सोमवार)
4. दुर्गा पूजा- 22-24 अक्टूबर (रविवार से मंगलवार)
5. दीपावली- 12 नवम्बर (रविवार)
6. चित्रगुप्त पूजा / भैयादूज- 15 नवम्बर (बुधवार)
7. छठ पूजा- 19-20 नवम्बर (रविवार और सोमवार)
8. क्रिसमस डे- 25 दिसम्बर (सोमवार)
15 छुट्टी रद की गयी
शिक्षा विभाग के नये आदेश ने बिहार के सरकारी स्कूलों में इस साल की 15 दिनों की छुट्टियां रद्द की है.2023 में सरकारी स्कूलों में छुट्टी को लेकर पिछले साल 23 दिसंबर को बिहार के प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने पत्र जारी किया था. देखिये उसमें क्या था छुट्टी का प्रावधान.
रक्षाबंधन- 30 अगस्त
चेहल्लूम-6 सितंबर
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी-07 सितंबर
हरितालिका तीज-18-19 सितंबर
अनंत चतुर्दशी/हजरत मो. साहब की जयंती-28 सितंबर
महात्मा गांधी जयंती-02 अक्टूबर
जीवित पुत्रिका व्रत(जीउतिया)-06 अक्टूबर
दुर्गा पूजा/श्री कृष्ण सिंह जयंती-19 से 24 अक्टूबर
दीपावली, चित्रगुप्त पूजा, भैया दूज, छठ पूजा-13 से 21 नवंबर
गुरूनानक जयंती, कार्तिक पूर्णिमा-27 नवंबर
क्रिसमस डे-25 दिसंबर
पहले से घोषित छुट्टी के मुताबिक 30 अगस्त से 31 दिसंबर तक सरकारी स्कूलों में 25 दिन की छुट्टी होनी थी। लेकिन शिक्षा विभाग ने इसमें से 15 दिनों की छुट्टी रद्द कर दी है। अहम बात ये है कि जन्माष्टमी जैसे पर्व पर केंद्र सरकार ने एनआई एक्ट के तहत छुट्टी घोषित कर रखी है। यानि सारे सरकारी दफ्तर से लेकर बैंक तक उस दिन बंद रहेंगे लेकिन बिहार के सरकारी स्कूलों को खोलने का आदेश दिया गया है। बिहार सरकार ने 21 अक्टूबर को दुर्गा पूजा के महासप्तमी की छुट्टी घोषित कर रखी है। लेकिन शिक्षा विभाग ने महासप्तमी को स्कूल खोलने का आदेश जारी कर दिया है।
इस मामले में दिलचस्प बात ये भी है कि शिक्षा विभाग ने एक दिन पहले ही यानि 28 अगस्त को आदेश जारी किया था कि सरकारी स्कूलों में 31 अगस्त को रक्षाबंधन की छुट्टी होगी। दरअसल पहले से जारी आदेश में रक्षाबंधन की छुट्टी 30 अगस्त को थी। लेकिन धर्मशास्त्रियों ने 31 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने की सही तिथि बतायी। उसी आलोक में शिक्षा विभाग ने पहले से घोषित छुट्टी को बदल कर 31 अगस्त किया था। लेकिन इस आदेश के एक दिन बाद ही रक्षाबंधन की छुट्टी ही रद्द करने का आदेश जारी कर दिया गया।
शिक्षक समाज न्यायालय जाने को मजबूर
इस फरमान पर सभी शिक्षकों में नाराजगी व्याप्त हो गई है। टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह का कहना है कि शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव के के पाठक शिक्षकों को मानसिक रूप से लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करेंगे कि इस मामले में हस्तक्षेप करें अन्यथा शिक्षक समाज न्यायालय के शरण में जाने को मजबूर हो जाएगा।
पहले से ही चल रहे 252 दिन विद्यालय
बिहार टीईटी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने कहा कि अब तक विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश और विभिन्न पर त्योहारों को मिलाकर 60 दिनों की छुट्टियां होती थी और 52 दिन रविवार की छुट्टी। ऐसे में साल में इसके बाद भी 252 दिन विद्यालय चलते हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग का यह तर्क की 220 दिन विद्यालय के संचालन के लिए छुट्टियों को रद्द किया गया है यह अपने आप में हास्यासपद है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों को समझना होगा कि सरकारी कार्यालय और विद्यालयों में फर्क होता है और दोनों का संचालन का अपना नियम है। विद्यालय को सरकारी कार्यालय समझना बेवकूफी होगी।