खून के आंसू रो रहे है किसान, खलिहान में बर्बाद हो रहा हाड़तोड़ मेहनत की कमाई

खून के आंसू रो रहे है किसान, खलिहान में बर्बाद हो रहा हाड़तोड़ मेहनत की कमाई

- बिन मौसम की बरसात ने तोड़ी किसानों की उम्मीद, सब्जी फसलों को भी पहुंचा है नुकसान

केटी न्यूज/डुमरांव

मिचौंग तूफान ने किसानों को खून के आंसू रूला दिया है। उनके आंखों के सामने ही खलिहान में रखा हाड़तोड़ मेहनत की कमाई बर्बाद हो रही है। किसान चाहकर भी उसे बचाने में समर्थ नहीं हो पा रहे है। वही खेतों में तैयार हो चुकी धान की फसल भी इस बारिश से चौपट हो रही है। जबकि सब्जी तथा अन्य नगदी फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। लेकिन किसानों को असली नुकसान खलिहान में रखे धान के बोझों के खराब होने से हो रहा है। बता दें कि बुधवार से ही अनुमंडल इलाके में बारिश हो रही है।

इधर किसान की हाड़तोड़ मेहतन से धान की फसल तैयार हो गई है। कुछ किसान अपने फसल को काट खलिहान में रखे है तो कुछ की फसल अभी खेतों में ही खड़ी है। बिन मौसम की इस बरसात ने तैयार हो चुके धान को नुकसान पहुंचाया है। जिससे किसानों में मायूशी छाई है। गुरूवार को पूरे दिन हुई बारिश के बाद विभिन्न गांवों में किसानों द्वारा बनाए गए खलिहान में पानी जमा हो गया है। जिससे तैयार हो चुके धान के सड़ने का खतरा बना हुआ है। वही कई किसान अभी तक अपने धान की कटनी नहीं करा पाए है। उनके धान के पौधे भी खराब होने की करीब पहुंच गए है। 

धान की बुआई के समय से ही मौसम की मार झेल रहे है किसान

बता दें कि इस खरीफ सीजन की शुरूआत से ही किसानों को मौसम की मार झेलनी पड़ रही है। बता दें कि बरसात के शुरूआती दो महीनों में अनुमंडल इलाके में न के बराबर बारशि हुई थी। जिस कारण धान की खेती करने वाले किसानों को पहले बिचड़ा बचाने के लिए तथा बाद में रोपनी व रोपे गए धान को सूखने से बचाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। किसानों को महंगा डीजल भी फूंकना पड़ा था। तब जाकर खेतों में धान की फसल लहलहाने लगी थी। 

इस बार अच्छी हुई थी पैदावार

कम बारिश के बावजूद किसानों की मेहनत तथा हथिया नक्षत्र में बारिश होने से इस बार धान की पैदावार उम्मीद के मुताबिक हुई थी। जिसे देख किसान खुश नजर आ रहे थे। किसानों को उम्मीद थी कि धान को बचाने में उन्हें जो महंगा डीजल फूंकना पड़ा है तथा भीषण गर्मी के बीच खेतों में कड़ी मेहनत करनी पड़ी है, उसकी भारपाई बेहतर उत्पादन से हो जाएगा। लेकिन फसल तैयार होते ही बारिश ने किसानों की उम्मीदों को धो दिया है। 

सब्जी फसलों को भी पहुंचा है नुकसान

मिचौंग तूफान के कारण पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से सब्जी फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। बता दें कि अनुमंडल के उत्तरी इलाके के किसान बड़े पैमाने पर गोभी, टमाटर, बैगन, मिर्च, मूली, पालक जैसे सब्जियों का उत्पादन करते है। किसानों के खेत से गोभी व टमाटर का उत्पाद बेहतर होने लगा था। लेकिन बारिश ने गोभी, टमाटर के अलावे अन्य लतेदार सब्जियों को नुकसान पहुंचाया है। जिससे किसानों को दोहरा झटका लगा है।