सासाराम प्रखण्ड प्रमुख व उनके पुत्र टीबी मरीजों को लेंगे गोद
- निक्षय मित्र बनकर टीबी पीड़ित मरीजों को देंगी पोषण आहार
सासाराम | देश में 2025 तक टीबी उन्मूलन के लक्ष्य की प्राप्ति को लेकर सरकार लगातार प्रयासरत है| इसके लिए हर स्तर से कार्य किए जा रहे हैं| वहीं देश में टीबी से पीड़ित मरीज को आर्थिक सहयोग पहुंचाने के लिए निक्षय मित्र बन टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए भी अपील की जा रही है। ताकि टीबी से ग्रसित मरीजों के बेहतर पोषण के लिए सहायता राशि उपलब्ध हो सके। इधर रोहतास जिले में भी टीबी से पीड़ित लोगों को आर्थिक सहयोग पहुँचाने को लेकर निक्षय मित्र आगे आ रहे और टीबी मरीजों को गोद ले रहे हैं। सासाराम प्रखण्ड प्रमुख कौशल्या देवी एवं उनके युवा पुत्र प्रकाश चंद्रवंशी ने भी टीबी मरीजो को गोद लेने की मंशा जताई है। इसके लिए सदर अस्पताल स्थित यक्ष्मा केंद्र के अधिकारियों से उन्होंने मुलाकात कर निक्षय मित्र बनने की प्रकिया की जानकारी ली। सासाराम प्रखण्ड प्रमुख कौशल्या देवी ने सासाराम प्रखण्ड को गोद लेने की बात की है जबकि उनके पुत्र प्रकाश चंद्रवंशी अपने पंचायत समरडीहा को गोद लेकर अपने पंचायत के टीबी मरीजों के लिए पोषण आहार उपलब्ध करा कर टीबी उन्मूलन न अभियान का हिस्सा बनेंगे।
टीबी उन्मूलन में जनसहभागिता जरूरी: प्रखण्ड प्रमुख
सासाराम प्रखण्ड प्रमुख कौशल्या देवी ने कहा कि टीबी एक खतरनाक बीमारी है। लेकिन पीड़ित लोग कभी कभी सामाजिक भेदभाव की वजह से इस बीमारी को छुपा कर रखते हैं जो सही नहीं है। ऐसे में जरूरत है टीबी मरीजों के प्रति सहानुभूति रखना और इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए खुल कर सामने आना। प्रखण्ड प्रमुख ने कहा कि टीबी के मरीजों में अधिकांशतः गरीब परिवार के लोग देखने को मिलते हैं। ऐसे में जरूरत है आर्थिक सहयोग पहुँचाना ताकि उन्हें उचित आहार मिल सके। टीबी के मरीजों को उचित आहार मिलेगा तभी उनके भीतर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी जो टीबी बीमारी से लड़ने में सहायक होगा। प्रखण्ड प्रमुख ने बताया कि निक्षय मित्र योजन की जानकारी मिलने पर उन्होंने टीबी के मरीजों की सहायता करने की सोची। इसीलिए वो निक्षय मित्र बनकर टीबी उन्मूलन में सहयोग करेंगी। साथ ही उन्होंने अन्य लोगों से भी अपील की है कि अपने जिले के साथ साथ देश से टीबी को खत्म करने के लिए आगे आएं।
निक्षय मित्र बनकर कर सकते हैं मदद :
जिला यक्ष्मा केंद्र के प्रभारी सह सीडीओ डॉ राकेश कुमार ने बताया कि सामान्य नागरिक, एनजीओ, निजी कंपनी, जनप्रतिनिधि, विधायक, सांसद, सरकारी पेशा लोग या कोई भी व्यक्ति निक्षय मित्र बनकर अपनी क्षमता अनुसार टीबी मरीजों को गोद लेकर कम से कम 6 महीने तक उन्हें आर्थिक मदद उपलब्ध करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि आर्थिक मदद में पौष्टिक आहार के रूप में अनाज, या जरूरतमंद लोगों के लिए छोटा व्यवसाय भी उपलब्ध करा सकते हैं। डॉ राकेश कुमार ने बताया कि निक्षय मित्र बनने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र से पूरी जानकारी ली जा सकती है।