भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष के साथ अनुमंडलीय अस्पताल के जीएनएम ने किया दुर्व्यवहार

डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में सामान्य मरीजों के साथ इलाज में लापरवाही व भेदभाव की बातें कई बार सामने आ चुकी है, लेकिन अब अस्पतालकर्मियों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि सत्तारूढ़ दल के नेताओं से भी दुर्व्यवहार करने व संवेदनहीनता दिखाने से बाज नहीं आ रहे है। जिससे अस्पताल में आम मरीजों के गुणवत्तापूर्ण इलाज पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है।

भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष के साथ अनुमंडलीय अस्पताल के जीएनएम ने किया दुर्व्यवहार

- अपनी 90 वर्षीय मां का इलाज कराने गए थे भाजपा नेता, डॉक्टर के कहने के बावजूद जीएनएम ने नहीं किया रजिस्टेªशन, एक्सरे वाले को भी कर रहा था मना

- सीएस व जिले के वरीय अधिकारियों के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत करेंगे भाजपा नेता

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में सामान्य मरीजों के साथ इलाज में लापरवाही व भेदभाव की बातें कई बार सामने आ चुकी है, लेकिन अब अस्पतालकर्मियों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि सत्तारूढ़ दल के नेताओं से भी दुर्व्यवहार करने व संवेदनहीनता दिखाने से बाज नहीं आ रहे है। जिससे अस्पताल में आम मरीजों के गुणवत्तापूर्ण इलाज पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। 

ताजा मामला डुमरांव भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष चुनमुन प्रसाद वर्मा के साथ हुआ है। वे रविवार को अपनी 90 वर्षीय मां का इलाज कराने अस्पताल गए थे। उनकी मां को पैर में चोट लग गया था। इस दौरान वहां ड्यूटि पर तैनात जीएनएम अनिल कुमार ने रजिस्टेªशन करने से साफ मना कर दिया और कहा कि आज रविवार है, आप कल आइए। केशव टाइम्स से बातचीत के दौरान चुनमुन ने बताया कि उक्त जीएनएम ने संवेदनहीनता व कर्तव्यहीनता के साथ ही उनके साथ अभद्रता भी की।

इसके बाद वे ड्यूटि पर मौजूद डॉ. बिरेन्द्र कुमार से मिल गुहार लगाए। उनकी बात सुन तथा मरीज की अवस्था व जख्म को देखते हुए डॉक्टर ने तत्काल जीएनएम को रजिस्टेªशन करने को कहा, लेकिन जीएनएम ने डॉक्टर की बात को भी अनसुना कर दिया और साफ कहा कि आज मैं किसी के कहने पर भी रजिस्टेªशन नहीं करूंगा। इसके बाद डॉक्टर ने एक सादे पर्ची पर मरीज का दवा व एक्सरे लिख दिया। शुरू में तो एक्सरे वाला भी रजिस्टेªशन वाला पर्ची मांग रहा था, लेकिन डॉक्टर के कहने पर वह एक्सरे करने को राजी हुआ। इस दौरान उक्त जीएनएम एक्सरे वाले को भी मना कर रहा था, लेकिन वह बोला कि मुझे डॉक्टर साहब बोले है। 

भाजपा नेता ने कहा कि वे इसकी शिकायत सीएस, डुमरांव एसडीएम, बीस सूत्री अध्यक्ष व उपाध्यक्ष तथा बक्सर जिलाधिकारी के साथ ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से भी करेंगे। फिलहाल उन्होंने कई अधिकारियों के व्वाहट्सऐप पर अपना आवेदन भेजा है, जिसमें जीएनएम अनिल कुमार पर संवेदनहीनता, कर्तव्यहीनता व अभद्रता करने के आरोप लगाए है। इतना ही नहीं अपने आवेदन में उन्होंने जिक्र किया है कि इसी जीएनएम के लापरवाही के चलते दो दिन पहले यूपी के चंदौली निवासी धर्मेन्द्र राय के अबोध बच्चे की इलाज के अभाव में मौत हो गई थी। इस दौरान उसकी मां इलाज करने की गुहार लगाती रह गई थी। जबकि अस्पताल ने अपने रिकार्ड में दर्ज किया था कि बच्चा मरा हुआ ही आया था। 

-- सरकार को बदनाम कर रहे है लापरवाहकर्मी

चुनमुन ने कहा कि वे चुप बैठने वाले नहीं है। एक तरफ राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को आधुनिक बना रही है, ताकी मरीजों को गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सकें। दूसरी तरफ लापरवाह कर्मियों के कारण मरीजों का रजिस्ट्रेशन तक नहीं हो पा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब सत्तारूढ़ दल के नेताओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है तो आम लोगों का इस अस्पताल में क्या हश्र हो रहा होगा।

गौरतलब हो कि इसके पहले सोमवार को रेडियोलाजिस्ट की लापरवाही के चलते ढाई घंटे तक अल्ट्रा साउंड कक्ष बंद पड़ा था। इस मामले में मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद सीएस ने उक्त कर्मी पर कार्रवाई के निर्देश दिए है, लेकिन अभी तक उसपर कार्रवाई भी नहीं हुई है कि एक और कर्मी की लापरवाही सामने आ गई है। 

-- बोले भाजपा प्रवक्ता संवेदनहीन कर्मियों की मंत्री से होगी शिकायत

वहीं, इस मामले में भाजपा के जिला प्रवक्ता शक्ति राय ने कहा कि ऐसे कर्मियों के कारण ही सुशासन की सरकार बदनाम हो रही है। उन्होंने कहा कि एक 90 वर्षीय वृद्धा के इलाज में लापरवाही व संवेदनहीनता बर्दाश्त के काबिल नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों की ऐसी संवेदनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, बल्कि जल्दी ही पटना जाकर स्वास्थ्यमंत्री मंगल पांडेय से मिल ऐसे संवेदनहीन कर्मियों को बर्खाश्त करने की मांग करेंगे। 

बयान

अभी तक पीड़ित का लिखित आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलने पर उक्त कर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एक स्वास्थ्यकर्मी के लिए मानवीय संवेदनाओं का ख्याल रखना भी बहुत जरूरी होता है। ऐसी लापरवाही की छूट नहीं दी जाएगी। - शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती, सीएस, बक्सर