400 वर्ष पुरानी रामलीला समिति ने आयोजित किया सातवें दिन का मंचन
- 400 वर्ष पुरानी नगर रामलीला समिति के तत्वाधान में आज सातवें दिन की रामलीला का मंचन हुआ। इस दिन प्रभु श्री राम की निषाद राज से भेंट हुई, जहां गंगा घाट पर केवट ने प्रभु से गंगा पार करने का निवेदन स्वीकार किया।
केटी न्यूज़/आरा
आरा (भोजपुर) - 400 वर्ष पुरानी नगर रामलीला समिति के तत्वाधान में आज सातवें दिन की रामलीला का मंचन हुआ। इस दिन प्रभु श्री राम की निषाद राज से भेंट हुई, जहां गंगा घाट पर केवट ने प्रभु से गंगा पार करने का निवेदन स्वीकार किया। केवट ने श्री राम से कहा कि आपके स्पर्श से पत्थर स्त्री में बदल गई, और मेरी नाव भी उतनी ही कोमल है। उन्होंने प्रभु के चरण धोकर उन्हें गंगा पार कराया।
इस बीच, सुमंत जी ने राजा दशरथ को बताया कि प्रभु श्री राम अयोध्या वापस नहीं आए। यह सुनकर दशरथ जी राम-राम का जप करते हुए अपने प्राण त्याग देते हैं, जो एक मार्मिक दृश्य था। चित्रकूट के घाट पर भरत प्रभु श्री राम को वापस लाने का प्रयास करते हैं, लेकिन श्री राम के मना करने पर वह उनकी खड़ाऊं लेकर अयोध्या लौटते हैं।
कार्यक्रम का मंचन वृंदावन की मंडली द्वारा किया गया, जिसने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। समिति के सदस्यों ने आमंत्रित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करने के बाद अध्यक्ष सोनू राय ने सभी का अभिवादन किया। उन्होंने बताया कि जागरण के कलाकार सोशल मीडिया के माध्यम से शहर के नागरिकों को जागरण में आमंत्रित कर रहे हैं और शहरवासियों से इसे सफल बनाने की अपील की। उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता ने महिलाओं की उपस्थिति पर खुशी जताते हुए कहा कि नारी शक्ति ही देश को महान बनाएगी। रामलीला में प्रभु श्री राम और माता सीता दोनों का महत्वपूर्ण स्थान है, और आशा है कि महिलाएं आगे भी ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेकर हमारी सनातन संस्कृति को आगे बढ़ाएंगी।
मुख्य अतिथियों में डॉक्टर केएन सिन्हा और डॉ. कन्हैया सिंह शामिल थे। रोटी बैंक के सदस्यों में राजेश कुमार, राजकुमार, शैलेश कुमार, निकेश पांडे सहित अन्य सदस्य मौजूद थे। कार्यक्रम में रोहित सिंह, संजीत सिंह, समृद्धि होटल के प्रतिनिधि और समिति के सभी सदस्य उपस्थित थे। इस जानकारी की पुष्टि प्रवक्ता पंकज प्रभाकर ने की।