सोनवर्षा में किसानों ने निजी खर्च से कराया जाम नाला की सफाई
सोनवर्षा के किसानों ने अपनी धान की फसल को बचाने के लिए अनोखी पहल करते हुए निजी खर्च से नाला की सफाई कराई। जानकारी के अनुसार गांव के ही एक युवक ने अपने जमीन पर घर निर्माण के दौरान नाला में मिट्टी डालकर उसे जाम कर दिया था। इससे सैकड़ों एकड़ खेतों तक सिंचाई का पानी नहीं पहुंच पा रहा था और धान की फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई थी।

-- मिट्टी डालकर जाम किया गया था नाला
केटी न्यूज/नावानगर
सोनवर्षा के किसानों ने अपनी धान की फसल को बचाने के लिए अनोखी पहल करते हुए निजी खर्च से नाला की सफाई कराई। जानकारी के अनुसार गांव के ही एक युवक ने अपने जमीन पर घर निर्माण के दौरान नाला में मिट्टी डालकर उसे जाम कर दिया था। इससे सैकड़ों एकड़ खेतों तक सिंचाई का पानी नहीं पहुंच पा रहा था और धान की फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई थी।
किसानों ने बताया कि इस वर्ष पूर्व में लगातार बारिश होने से खेतों की सिंचाई आसानी से हो जाती थी। लेकिन पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में झमाझम बारिश नहीं होने से खेतों की नमी कम होने लगी। ऐसे में नहर का पानी खेतों तक पहुंचाना जरूरी हो गया। लेकिन नाला जाम होने के कारण पानी की आपूर्ति ठप हो गई थी।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गांव के किसान कलामुद्दीन उर्फ बकत, रिंकू साह, रामजी यादव, टेंगरी तुरहा, जाकिर हुसैन और अंगुली मियां ने मिलकर निजी खर्च से जेसीबी मंगवाकर नाला की सफाई कराई। किसानों का कहना है कि यदि समय पर यह कदम नहीं उठाया जाता तो धान की फसल बर्बाद हो जाती और भारी नुकसान उठाना पड़ता।
स्थानीय किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए नाला एवं नहरों की नियमित सफाई कराई जाए। साथ ही गांव के रास्तों और सिंचाई तंत्र पर अतिक्रमण करने वालों पर भी कार्रवाई की जाए, ताकि सिंचाई व्यवस्था बाधित न हो और किसानों को इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।