तालाब में डूबने से एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत, ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग की
शकूराबाद थाना क्षेत्र के नारायणपुर पंचायत अंतर्गत बिशनपुर गांव के तालाब में डूबने से एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत हो गई। मृतकों में 9 वर्षीय सुमित कुमार और 7 वर्षीय अस्मित कुमार शामिल हैं, जो धर्मनाथ गिरी के पुत्र थे।
केटी न्यूज/ जहानाबाद
जहानाबाद: शकूराबाद थाना क्षेत्र के नारायणपुर पंचायत अंतर्गत बिशनपुर गांव के तालाब में डूबने से एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत हो गई। मृतकों में 9 वर्षीय सुमित कुमार और 7 वर्षीय अस्मित कुमार शामिल हैं, जो धर्मनाथ गिरी के पुत्र थे।
घटना के संबंध में बताया गया है कि दोनों बच्चे घर से शौच के लिए निकले थे। शौच के बाद जब वे पानी लेने के लिए तालाब के पास पहुंचे, तो अचानक एक बच्चे का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में गिर गया। दूसरे बच्चे ने अपने भाई को बचाने के लिए पानी में कूदने का साहस किया, लेकिन दुर्भाग्यवश वह भी डूब गया।
बच्चों को डूबता देख उनकी बहन, चमक रानी कुमारी, हल्ला करती हुई तालाब की ओर दौड़ी और उन्हें बचाने के लिए तालाब में कूद पड़ी। लेकिन वह भी गहरे पानी में डूबने लगी। हल्ला सुनकर उनके परिजन और स्थानीय ग्रामीण तेजी से तालाब की ओर दौड़े। पहले उन्होंने चमक रानी को डूबता देख उसे तालाब से बाहर निकाला, लेकिन दोनों भाई उस समय तक गहरे पानी में डूब चुके थे।
काफी खोजबीन के बाद दोनों बच्चों को तालाब से निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी स्थिति गंभीर हो चुकी थी। उन्हें नजदीक के गया जिले के पाई बिगहा बाजार के एक निजी क्लिनिक में ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
इस दुखद घटना की सूचना मिलते ही 112 नंबर की गाड़ी को बुलाया गया, जो घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि पहले वरीय अधिकारी मौके पर आएं और मृतकों के परिवार को मुआवजा दिया जाए। ग्रामीणों का कहना था कि तालाब काफी गहरा है और इसके चारों ओर सुरक्षा घेराबंदी की जानी चाहिए।
ग्रामीणों ने साफ-साफ कहा कि जब तक घेराबंदी का आश्वासन और मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक वे शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजेंगे। घटना की सूचना पाकर प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार पांडे रतनी फरीदपुर पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिजनों को पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20-20 हजार रुपए का मुआवजा प्रदान किया, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
इस घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है और लोगों ने तालाबों के आसपास सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों। स्थानीय प्रशासन को इस मामले में तुरंत कदम उठाने की जरूरत है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।