'अतिथि शिक्षक वेतन' के लिए शिक्षा विभाग और एजेंसी के लगा रहें है चक्कर

बिहार में अतिथि शिक्षक वेतन के लिए शिक्षा विभाग और एजेंसी के लगा रहें है चक्कर लगा रहे हैं। फरवरी में इन्हें विभाग के द्वारा हटाया गया दिया गया।

'अतिथि शिक्षक वेतन' के लिए शिक्षा विभाग और एजेंसी के लगा रहें है चक्कर
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केटी न्यूज़/दिल्ली

बिहार में अतिथि शिक्षकों की परेशानी अभी तक कम नहीं हुई है। वेतन के लिए शिक्षा विभाग और एजेंसी का चक्कर लगा रहे हैं। फरवरी में इन्हें विभाग के द्वारा हटाया गया दिया गया। परन्तु दो माह बाद भी अबतक वेतन का भुगतान नही है। जिसके कार अतिथि शिक्षक अपने आप ठगा महसूस कर रहे है। वहीं तंग आकर आक्रोशित अतिथि शिक्षकों ने गुरुवार को गांधी मैदान थाने में एजेंसी के खिलाफ एफआईआर करने को लेकर आवेदन दिया। वहीं थानाध्यक्ष से वेतन भुगतान कराने का निवेदन किया। मोतिहारी से पटना पहुंचे साहिल यादव ने कहा कि अतिथिी शिक्षकों को मानसिक और शारीरिक रूप से सरकार व एजेंसी के द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। हमलोगों के भविष्य के साथ धोखा-धड़ी की गई है। आउट सोर्सिंग के जरिए बहाली हुई थी उसके तहत 6 महीने तक काम किया। उसके बदले में कुछ नहीं मिला। बिना पेमेंट दिए ही सरकार ने हटा दिया।

एजेंसी वाले वेतन के बदले दे रहे हैं धमकी

एजेंसी वाले वेतन के बदले धमकी दे रहे हैं। दफ्तर में जाने पर भगा दे रहे हैं। प्रति क्लास 290 और 250 रुपए के हिसाब से तय किया गया था। शहरी इलाके में गेस्ट शिक्षकों को 290 रुपए और ग्रामीण इलाके में 250 रुपए देने थे। प्रतिदिन लगभग 1000 रुपए होता। हमलोगों को 28 फरवरी को हटाया गया। तब से वेतन के लिए भटक रहे हैं। कभी विभाग तो कभी एजेंसी के दफ्तर का चक्कर काट रहे हैं।

एजेंसी वाले वेतन मांगने पर भगा देते है

अतिथि शिक्षक राजीव कुमार ने बताया कि एजेंसी वाले मनमानी कर रहे हैं। वेतन देने में आनाकानी कर रहे हैं। दो चार शिक्षक आते हैं, तो एजेंसी वाले भगा देते हैं। आज संख्या बल में आए हैं, तो एजेंसी के लोग दफ्तर बंद करके गायब हो गए हैं। दबाव में कुछ रुपए भी दिए गए हैं। 70, 75 और 80 रुपए के हिसाब से भुगतान किया गया है। तय रुपए के अनुसार से भुगतान नहीं किया जा रहा है। गांधी मैदान थाने में शिकायत की है। पूरे राज्य में लगभग 10 हजार से अधिक गेस्ट टीचर हैं, जो पेमेंट के लिए भटक रहे हैं। एजेंसी वाले प्रताड़ित कर रहे हैं।

एजेंसी वाले अब एग्रीमेंट का दबाव बना रहे हैं

गया से पटना पहुंची कंचन कुमारी ने बताया कि बीते 6 महीने से भटक रहे हैं। अभी तक वेतन नहीं मिला है। एजेंसी वाले अब एग्रीमेंट का दबाव बना रहे हैं। पहले बहाली के समय बताया गया कि वेतनमान विभाग देगा। अब हटा दिया गया है तो कहा जा रहा है कि वेतन एजेंसी देगी। कोशी प्रगति इंडिया के द्वारा बहाली हुई थी। यह आउट सोर्सिंग कंपनी है।

फरवरी 2023 में हुई थी बहाली

बता दें, 6 फरवरी 2023 में गेस्ट शिक्षकों की बहाली हुई थी। 28 फरवरी 2024 को विभाग की ओर से हटा दिया गया। तब से ये सभी भटक रहे हैं। गांधी मैदान थानाध्यक्ष सीतराम प्रसाद ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है। जांच की जा रही है। मामला शिक्षा विभाग से संबंधित है।