लंबित मामलों के निष्पादन के लिए चलंत लोक अदालत बेहतर माध्यम - न्यायाधीश

लंबित मामलों के निष्पादन के लिए चलंत लोक अदालत बेहतर माध्यम - न्यायाधीश

- चलंत लोक अदाल में निपटाए गए 179 मामले, सबसे अधिक दाखिल खारिज के 118 मामले रहेे शामिल

- डालसा द्वारा आयोजित हुए कई कार्यक्रम, नशा मुक्ति की न्यायाधीश व कर्मियों ने ली शपथ

केटी न्यूज/बक्सर

जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने बुधवार को कई कार्यक्रम आयोजित किए। इस दौरान बक्सर नगर भवन में चलंत लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 179 मामलों का निष्पादन किया गया। जबकि नशामुक्ति दिवस पर न्यायाधीश एवं जेल के बंदियों ने नशा से परहेज का शपथ लिया। जानकारी के अनुुसार बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, पटना के निर्देशानुसार इस चलंत लोक अदालत का आयोजन किया गया। कार्यक्रम कि जानकारी देते हुए देवेश कुमार अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार, ने बताया कि देश भर की अदालतों में आज लाखों मामले लंबित हैं। इनका निराकरण जल्द से जल्द हो इसके लिए लोक अदालतों का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में बक्सर जिले के चयनित स्थानों पर 26 जून से 28 जून 2024 तक मोबाइल लोक अदालत का आयोजन किया जाना है। आम लोग अधिक से अधिक मोबाइल लोक अदालत में पहुंचकर विवादों का निपटारा करा सकें। इसके लिए एक मोबाइल वैन गांव-गांव दस्तक दे रही है। बक्सर में लोक अदालतों के जरिए विवादों का निपटारा किया जा रहा है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार बक्सर नगर भवन में बक्सर, इटाढी, राजपुर और चौसा प्रखंड के सुलहनिए वादों का निष्पादन कराया गया। दिनभर चले इस चलंत लोक अदालत में दाखिल खारिज के 118 मामले, भू मापी वाद के तीन मामले, अग्नि कांड के सात मामले एवं दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 107 के कुल 50 मामले, न्यायालय में लंबित आपराधिक सुलहनीय के एक सहित कुल 179 मामलों का निष्पादन समाचार लिखे जाने तक हो चुका था। चलंत लोक अदालत के न्यायिक पदाधिकारी बलराम सिंह द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह लोक अदालत अगले दो दिनों तक जिले में कार्य करेगी। जिसमें उन्होंने आम जनमानस से अपील की है कि आप अपने क्षेत्र के बिजली से संबंधित सभी तरह के सुलहनिय वाद को लेकर हमारे समक्ष आ सकते हैं। साथ ही इंश्योरेंस, बैंक ऋण, आदि के मामले को सुलह के आधार पर निस्पादन के लिए आप मोबाइल लोक अदालत के समक्ष अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। मौके पर कार्यालय कर्मी संजीव कुमार, सुनील कुमार,  पैनल अधिवक्ता मनोज कुमार श्रीवास्तव, पीएल वीसुंदरम कुमार, अविनाश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहें।

व्यवहार न्यायालय परिसर में नशामुक्ति के लिए दिलाया गया शपथ

वही दूसरे कार्यक्रम में केंद्रीय कारा बक्सर के काराबंदी एवं व्यवहार न्यायालय, बक्सर में कार्यरत सभी न्यायिक पदाधिकारी, कर्मचारी गण पैनल अधिवक्ताओं के बीच जिला विधिक सेवा प्राधिकार, द्वारा अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर एक शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन अवर न्यायाधीश सह सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देवेश कुमार द्वारा व्यवहार न्यायालय परिसर में किया गया। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश, कुटुंब न्यायालय मनोज कुमार ने उपस्थित सभी न्यायिक पदाधिकारी को शपथ दिलवाया। जिसमे सभी न्यायिक पदाधिकारी, साथ ही पैनल अधिवक्ता राजेश कुमार, रिंकी कुमारी, आरती कुमारी, अखिलेश्वर कुमार दुबे, विधिक स्वयंसेवक शत्रुघ्न सिन्हा, कविन्द्र पाठक, अशोक कुमार, अंजुम कुमार रावत, रुकैया आदि भी मौजूद रहें।

 केंद्रीय कारा, बक्सर में हुए जागरूकता कार्य क्रम में कारा बंदियों को संबोधित करते हुए अवर न्यायाधीश सह सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देवेश कुमार ने कहा कि आज पूरी दुनिया नशे के चंगुल में फंसी हुई है। दुनिया का कोई भी ऐसा देश नहीं है जहां के लोगों को नशे कि लत नहीं लगी हो। भारत में तो स्थिति और भी बदतर हो रही है। यहां की बहुत बड़ी आबादी नशे की गिरफ्त में आ चुकी है। विशेषकर युवा वर्ग में बढ़ती नशाखोरी की प्रवृत्ति समाज व राष्ट्र के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। नशे की लत के कारण बहुत से नौजवानों का भविष्य बर्बाद हो चुका है। हमारे देश में नशा करने वाले युवा पीढ़ी के लोग अब चरस, हेरोइन, कोकीन,अफीम जैसा खतरनाक नशा करने लगे। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों के निवारण के लिए प्रत्येक वर्ष 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस मनाया जाता हैं। इसका उद्देश्य लोगों को नशे की बुरी आदत से छुटकारा दिलाना तथा उन्हें नशे से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाना हैं। नशे की प्रवृत्ति के खिलाफ हमारा समाज भी जागरुक नहीं है। इसी जागरूकता के लिए हम सभी आज यहां इकट्ठा हुए है। मौके पर पैनल अधिवक्ता कुमार मानवेंद्र मौजूद रहें।