"छपरा शहर के निचले इलाकों और सरकारी बाजार में घुसा बाढ़ का पानी"

नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण छपरा शहर के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी अब रिहायशी क्षेत्रों में घुस गया है। रिविलगंज और सदर प्रखंड के 35 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, जहां पानी 5 से 15 फीट तक फैल गया है।

"छपरा शहर के निचले इलाकों और सरकारी बाजार में घुसा बाढ़ का पानी"

केटी न्यूज़/छपरा

नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण छपरा शहर के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी अब रिहायशी क्षेत्रों में घुस गया है। रिविलगंज और सदर प्रखंड के 35 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, जहां पानी 5 से 15 फीट तक फैल गया है। लोग अपने घरों की छतों और ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं। पिछले चार दिनों से सरयू नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है।

शहर के दक्षिणी हिस्से में बाढ़ का असर सबसे अधिक देखा जा रहा है। रिविलगंज प्रखंड के दीलिया रहीमपुर पंचायत और नगर निगम के कई वार्डों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, जिससे स्थानीय लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ से प्रभावित लोग आक्रोशित हैं, क्योंकि जिला प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।

पीड़ितों का कहना है कि पिछले चार दिनों से उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। घर में न खाने के लिए अन्न है और न ही पीने के लिए साफ पानी। सभी लोग छतों पर शरण लिए हुए हैं, जबकि पानी बढ़ने से जहरीले कीड़े और मकोड़ों का खतरा भी बढ़ गया है। बिजली न होने के कारण रात में अंधेरे में और परेशानी हो रही है।

छपरा में सलेमपुर चौक, मौना चौक और सरकारी बाजार तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। नगर पालिका चौक, नगर निगम और कलेक्ट्रेट परिसर में भी पानी घुस गया है। शहर के कई प्रमुख मार्गों पर नालों के माध्यम से बाढ़ का पानी प्रवेश कर रहा है, जिससे साहेबगंज, मौना चौक सब्जी मंडी, सलेमपुर रोड, बूटन बारी, डीएवी गली, साहेबगंज सोनार पट्टी समेत अन्य क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है।