चंदा मांग कर अपनी किस्मत आजमा रहे 'मिस्टर डोनेशन' 10 रूपए की मदद और मांग रहे एक वोट

।गया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से अशोक कुमार पासवान निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।यह ऐसे प्रत्याशी है, जिनका बैंक बैलेंस शून्य है।

चंदा मांग कर अपनी किस्मत आजमा रहे 'मिस्टर डोनेशन' 10 रूपए की मदद और मांग रहे एक वोट
Ashok Kumar Paswan

केटी न्यूज़/गया

गया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए प्रथम चरण में ही चुनाव होना है। चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. प्रत्याशी अपने चुनाव प्रचार में जुड़ गए हैं।बिहार में लोकसभा के चुनावी दंगल में नेता और बाहुबली अपना दम दिखा रहे हैं।

'मिस्टर डोनेशन' है निर्दलीय प्रत्याशी

इन सब के बीच बिहार के गया लोकसभा सीट से एक उम्मीदवार ऐसा है, जो लोगों से चंदा मांग कर अपनी किस्मत आजमा रहा है।गया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से अशोक कुमार पासवान निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।यह ऐसे प्रत्याशी है, जिनका बैंक बैलेंस शून्य है।वही, इनका घर भी बिहार सरकार की जमीन में है।इन्होंने नामांकन की डिपॉजिट राशि भी चंदा जुटाकर की है।यह अपना चुनाव प्रचार भी अनोखे तरीके से चंदा जुटा कर कर रहे हैं।इनका बैंक बैलेंस भी शून्य है।इन्हें लोग मिस्टर डोनेशन के नाम से भी जान रहे हैं।यह निर्दलीय ही चुनाव लड़ना चाहते हैं।

निर्दलीय प्रत्याशी 'मिस्टर डोनेशन' का असली नाम है अशोक कुमार पासवान

आकाश पासवान निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में खड़े हैं।बिहार के गया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से से अशोक कुमार पासवान अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।यह पूरे जोश और जज्बे से अपने चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं।इनकी खास बात यह है कि यह जनता के बीच जा रहे हैं और जनता से मदद मांग रहें हैं।अशोक जनता से मदद के तौर पर झोली फैलाकर हाथ जोड़कर 10 रुपये मांगते हैं।इसके बाद लोगों से एक वोट की अपील करते हैं।अशोक निर्दलीय प्रत्याशी हैं लेकिन बेहद बेबाक हैं।वह कई सांसदों से जुड़े 50 साल तक के इतिहास के बारे में बोल जाते हैं।कई सांसदों के विभिन्न ख़ामियों को उजागर भी करते हैं।लोग उन्हें समर्थन कर रहे हैं और चंदा भी दे रहे हैं।अपनी अपील से अशोक चुनावी अभियान में जोर-शोर से जुटे हुए हैं।

अशोक कुमार पासवान का निर्दलीय 'चुनाव चिन्ह ऑटो' 

अशोक कुमार पासवान बताते हैं कि गया लोकसभा चुनाव जीतने के बाद दुबारा देखने नहीं आता है।बात कर लें ऑटो वाली की, तो कमाई हो या न हो, लेकिन उन्हें 300 की चुंगी देनी पड़ती है।बेरोजगारी की समस्या ने लोगों की कमर तोड़ दी है।वह इन सभी मुद्दों के साथ में चुनावी मैदान में आए हैं।उनका चुनाव चिन्ह टेंपो है।अशोक आगे बोलते हैं कि आज के नेता को देख रहे हैं, कि यह सब अपने परिवार को सेटल कर रहे हैं।अपनी संपत्ति को सुरक्षित करने में जुटे हुए हैं।

10 रुपए का लोगो को देंगे हिसाब

अशोक बताते हैं, कि उनका चुनाव प्रचार प्रचार लोगों के चंदे से चल रहा है।उन्होंने जनता को आश्वासन दिया है कि पब्लिक से जितना चंदा आया है, वही खर्च करूंगा।लोगों के दिये 10रुपए का हिसाब चौराहे पर लोगों को दूंगा।अशोक कुमार बेरोजगार हैं उनके पास आय का कोई साधन नहीं है।