परिवार नियोजन में अब जनप्रतिनिधियों का मिलेगा साथ, करेंगे लोगों को जागरूक

परिवार नियोजन में अब जनप्रतिनिधियों का मिलेगा साथ, करेंगे लोगों को जागरूक
उन्मुखीकरण कार्यशाला में शामिल पंचायत प्रतिनिधि

- जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले के मुखिया और पंचायत प्रतिनिधियों का हो रहा उन्मुखीकरण

- जनप्रतिनिधि अपने पंचायत के सभी गांव से एक-एक पुरुष लाभुक की कराएंगे नसबंदी

बक्सर | परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति बक्सर के तत्वावधान में आगामी 23 फरवरी तक पंचायत प्रतिनिधियों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम किया जा रहा है। इस क्रम में मंगलवार को भी पंचायत प्रतिनिधियों का ज्ञानवर्द्धन किया गया। ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के अग्रिम पंक्ति के कर्मियों, आशा और एएनएम के द्वारा संचालित कार्यक्रमों की ग्राम पंचायत के द्वारा मॉनिटरिंग की जा सके। साथ ही, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को उनके कार्य में आने वाली बाधाओं के प्रति सहयोग प्रदान किया जा सके। कार्यक्रम में प्रशिक्षण देने का कार्य बिहार की एक अग्रणी संस्था सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज के प्रशिक्षकों द्वारा किया गया। इस दौरान पंचायत प्रतिनिधियों को बताया गया कि जिले में आगामी पांच से 25 मार्च तक परिवार कल्याण पखवाड़े का आयोजन किया जाना है। जिसमें जन प्रतिनिधियों को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी और पखवाड़े को सफल बनाना है।

पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका अहम :

मौके पर सिविल सर्जन सह अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जितेंद्र नाथ ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत समुदाय आधारित अनुश्रवण एवं जागरूकता के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका अहम मानी  गई है। ग्राम पंचायतों में एएनएम के कार्यों की निगरानी, संरक्षण एवं ग्राम स्वास्थ्य समिति के माध्यम से समुदाय को जागरूक करने और स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को समाज के अंतिम व्यक्ति तक ले जाने के उद्देश्य से पंचायत प्रतिनिधियों का क्षमतासंवर्धन  करना महत्वपूर्ण है। जिसको लेकर जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा चार दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया है। ताकि, जन जन तक परिवार नियोजन के उद्देश्य को पहुंचाया जा सके।

बेहतर प्रदर्शन करने वाले पांच मुखिया होंगे सम्मानित :

कार्यशाला में बताया गया कि जिलाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर जिले के प्रत्येक पंचायत के मुखिया अपने पंचायत क्षेत्र के प्रत्येक गांव से पुरुष नसबंदी के लिए एक-एक इच्छुक लाभार्थी को चिह्नित करेंगे और उन्हें नसबंदी के लिए प्रेरित करते हुए आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से स्वास्थ्य संस्थानों में लाएंगे। साथ ही, जिलाधिकारी ने घोषणा की है कि सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले पांच मुखिया को जिला प्रशासन द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों को बताया गया कि आगामी माह में संचालित होने वाले परिवार कल्याण पखवाड़ा की सफलता को ध्यान में रखकर पंचायत प्रतिनिधियों को इस अभियान में शामिल किया जा रहा है। ताकि, पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से युवाओं, नवविवाहित जोड़ों और एक बच्चे वाले जोड़ों को बच्चों में अंतराल सुनिश्चित करने वाले आधुनिक गर्भनिरोधक (अस्थायी साधनों) का उपयोग करने के लिए सक्षम बनाया जा सके। साथ ही, परिवार नियोजन की राह में आ रही सबसे बड़ी बाधा पुरुष नसबंदी के बारे में व्याप्त भ्रांतियों को दूर किया जा सके।