आभा आईडी बनाने एवं प्रतिदिन टेलीकंसल्टेशन का लक्ष्य हुआ निर्धारित

आभा आईडी बनाने एवं प्रतिदिन टेलीकंसल्टेशन का लक्ष्य हुआ निर्धारित

- 30 जनवरी से 13 अप्रैल तक संचालित किया जा रहा अभियान 

- जिले में 33,291 आभा आईडी बनाने का लक्ष्य है निर्धारित 

- उक्त अवधि में 806 टेलीकंसल्टेशन प्रतिदिन करने का है लक्ष्य 

बक्सर| जिला सहित राज्य में 30 जनवरी से 13 अप्रैल, 2023 तक अभियान संचालित कर अधिकतम संख्या में आभा आईडी एवं टेलीकंसल्टेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस अभियान के माध्यम से राज्य को अभियान अवधि में कुल 20,31000 आभा आईडी विकसित करने एवं प्रतिदिन 47,225 टेलीकंसल्टेशन करने का लक्ष्य निर्धारित है। अभियान में अधिकतम उपलब्धि करने वाले राज्यों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाना है। इस बाबत कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार संजय कुमार सिंह ने सभी जिलों के सिविल सर्जन को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। 

जिलावार हुआ लक्ष्य का निर्धारण:

आभा आईडी बनाने एवं प्रतिदिन टेलीकंसल्टेशन की संख्या का जिलावार लक्ष्य निर्धारण किया गया है। बक्सर जिला में 30 जनवरी 13 अप्रैल, 2023 तक प्रतिदिन 806 लाभुकों का टेलीकंसल्टेशन किया जाना है। साथ ही उक्त समय में जिला के लिए 33,291 आभा आईडी बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। 

आशा कार्यकर्ता के लिए इंसेंटिव का है प्रावधान:

जारी पत्र में बताया गया है कि जनमानस को स्वास्थ्य केंद्रों तक लाने एवं उनकी आभा आईडी बनाने में मदद करने पर आशा कार्यकर्ताओं को 10/- रुपये प्रति व्यक्ति के दर से इंसेंटिव दिया जाना है। पत्र में बताया गया है कि आभा आईडी बनाने के लिए सीपीएचसी-एनसीडी, निक्षय, पीएमएनडीपी एवं ई-संजीवनी एप्लीकेशन का उपयोग किया जा सकता है। अभियान के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त सचिव विशाल चौहान ने सभी राज्यों को पत्र जारी कर उक्त अभियान की सफलता के लिए निर्देश जारी किये थे।