अपराधियों के लिए पुलिस का मानसुन धमाका: गिरफ्तारी के बजाय जमानत का दे रही है मौका
कानून सबके लिए बराबर है, सच पूछिए तो जनाब यह बात सरासर गलत है। कानून आज भी सिर्फ गरीबों, मजलूमों और बेबस लोगों को ही कुचलता है। अभी कदम चौराहे के पास अंग्रेजी शराब के थोक लाइसेंस धारक संगीता देवी पत्नी छितेश्वर प्रसाद का ही मामला देख लीजिए, आबकारी विभाग के दो—दो निरीक्षक के खिलाफ 420, 467, 468, 471, 120 बी जैसे गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी दोनों आराम से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और खुलेआम घूम रहे हैं
अपराधियों के पुलिस का मानसुन धमाका: गिरफ्तारी के बजाय जमानत का दे रही है मौका
— साजिश और धोखाधड़ी के मामले में नप गए आबकारी विभाग के दो—दो निरीक्षक
केटी न्युज/बलिया / तिलक कुमार
कानून सबके लिए बराबर है, सच पूछिए तो जनाब यह बात सरासर गलत है। कानून आज भी सिर्फ गरीबों, मजलूमों और बेबस लोगों को ही कुचलता है। अभी कदम चौराहे के पास अंग्रेजी शराब के थोक लाइसेंस धारक संगीता देवी पत्नी छितेश्वर प्रसाद का ही मामला देख लीजिए, आबकारी विभाग के दो—दो निरीक्षक के खिलाफ 420, 467, 468, 471, 120 बी जैसे गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी दोनों आराम से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं और खुलेआम घूम रहे हैं।
जबकि मामला प्रदेश के डीजीपी से लेकर, आजमगढ़ कमिश्नर, एडीजे मोडिया जी, डीआईजी वैभव कृष्ण तक के संज्ञान में है। आश्चर्य तो तब और होता है जब नरहीं वसूली कांड के बाद भी पुलिस विभाग सबक नहीं ले रहा हैं और लगातार कर्तव्य से विमुख हो रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कदम चौराहा स्थित अंग्रेजी शराब के थोक लाइसेंस धारक संगीता देवी पत्नी छितेश्वर प्रसाद के यहां कुछ दिन पहले आबकारी विभाग द्वारा छापेमारी की गई थी।
उस दरम्यान दो बोरी में काफी संख्या में एट पीएम का खाली टेट्रा पैक आबकारी विभाग के अनुसार बरामद हुआ था। इसके बाद आबकारी विभाग ने कार्रवाई करते हुए छितेश्वर प्रसाद को जेल भेज दिया था। छितेश्वर प्रसाद जेल जाने के बाद बेल लेकर बाहर आए और इसके बाद छितेश्वर प्रसाद खुदकी बेगुनाही साबित करने में जुट गए।
छितेश्वर प्रसाद के अनुसार उनकी सुनवाई जिले स्तर पर नहीं हुई, मजबूरन छितेश्वर लखनऊ राजधानी की ओर कूच किए। जहां डीजीपी से मुलाकात करने के बाद अपनी फरियाद सुनाई। छितेश्वर प्रसाद के अनुसार आबकारी विभाग द्वारा उनके कदम चौराहा स्थित मकान में साजिशन खुदसे बोरी रखवाकर छापेमारी की कार्रवाई की बता बताई। मामले की गंभीरता को समझते हुए डीजीपी ने एडीजे को मामले की जांच सौंपी। एडीजे ने डीआईजी वैभव कृष्ण को निर्देश देने के साथ मामले में स्पेशल जांच टीम बनाई। जांच टीम द्वारा जब जांच की गई तो सतनीसराय चौकी में लगे सीसीटीवी कैमरे के डीबीआर की सबसे पहले जांच हुई।
जिसमें यह पाया गया कि दो लोग पहले कई दिन रैकी किए, फिर खुद ही खाली टेट्रा पैक भरी दो बोरी एट पीएम छितेश्वर प्रसाद की मकान में रख दिए। मामले में अब तक दो लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है व जिस वाहन से ये लोग बोरी लेकर गए थे, वह वाहन भी बरामद हो चुकी है। गिरफ्तार आरोपियों के बयान के आधार पर यह तत्थ सामने निकल कर आया कि इस पूरी साजिश में आबकारी विभाग की साठगांठ है। इसके बाद विवेचक ने बिना देर किए इस मामले में आबकारी विभाग के दो—दो निरीक्षक विनय राय व संदीप यादव को भी आरोपी बनाया। दोनों के खिलाफ 420, 467, 468, 471, 120 बी जैसे गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। बावजूद अभी तक इन दो महारथियों पर आबकारी विभाग के साथ—साथ पुलिस विभाग पूरी तरह से मेहरबान है। आबाकारी विभाग न तो सस्पेंड करना ही मुनासिब समझ रहा है और न ही पुलिस विभाग आरोपी को गिरफ्तार करने में दिलचस्पी दिखा रही हैं।
एसपी बोले पर्याप्त साक्ष्य मिलते ही करेंगे कार्रवाई
बलिया। मामले में एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि मामला अच्छी तरह मेरे संज्ञान में है। बस जांच चल रही है, पर्याप्त साक्ष्य मिलते ही कार्रवाई में देर नहीं करेंगे। कानून सबके लिए बराबर है। कानून के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता, वह चाहे कोई भी क्यों न हो।