दवाओं के दाम 12 फीसदी बढ़ाने के फैसले का विरोध शुरू, पीएम को सौपेगें ज्ञापन

दवाओं के दाम 12 फीसदी बढ़ाने के फैसले का विरोध शुरू, पीएम को सौपेगें ज्ञापन

दवा प्रतिनिधियों ने बुलंद की आवाज, कहा-आम जन पर पड़ेगा इस बढ़ोत्तरी का सीधा असर 

19 व 20 मई को जिलाधिकारी कार्यालय के माध्यम से दवा कंपनी के प्रतिनिधि पीएम कार्यालय को भेजेंगे ज्ञापन

फोटो- बैठक में उपस्थित दवा कंपनी के प्रतिनिधी 

केटी न्यूज/गाजीपुर

उत्तर प्रदेश उत्तराखंड मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स एसोसिएशन के आवाह्न पर गाजीपुर इकाई ने अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर दवा प्रतिनिधियों की विशिष्ट आम सभा बड़ीबाग स्थित कार्यालय पर आहूत की। संबोधित करते हुए प्रदेश सचिव आरएम राय ने बताया कि कोरोना महामारी की मार झेल चुकी जनता पर दवा कंपनियों द्वारा पहले 10.7 फीसदी की बढ़त के साथ महंगी जीवन रक्षक दवाओं का बोझ डाला गया और फिर तत्काल बाद 12.12 फीसदी की मनमानी वृद्धि करते हुए आमजन की कमर तोड़ने का प्रयास किया गया है। दवा प्रतिनिधियों के संगठन यूपीएमएसआरए और एफएमआरएआई द्वारा इसके विरोध में आगामी 19 और 20 जून को प्रधानमंत्री कार्यालय को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित करने और एक पत्रक के माध्यम से अपनी मांग और जनता से जुड़ी तमाम परेशानियों जिनमें दवाओं के बढ़ते दाम और उन पर जीएसटी की दरों को संशोधित करने, मेडिकल उपकरणों पर से जीएसटी हटाने, वार्षिक बजट में केंद्रीय स्वास्थ्य बजट को 2.4 फीसदी से बढ़ाकर कम से कम 5 फीसदी करने, जनता की स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि करने, स्वास्थ्य क्षेत्रों की स्थिति सुधारने संबंधी बातों का जिक्र है, के संबंध में आवाज बुलंद करने का निर्णय लिया गया। सभा का उद्घाटन करते हुए इकाई अध्यक्ष चंदन कुमार राय ने दवा के बढ़ते दामों से हो रही दुश्वारियों का जिक्र किया। राज्य कार्यकारिणी सदस्य अफजल ने दवा प्रतिनिधियों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हुए बताया कि नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनइएलम) ने नेशनल लिस्ट ऑफ एसेंशियल मेडिसिन्स (एनइएलम) में शामिल 800 से ज्यादा जीवन रक्षक दवाओं के दाम 12.12 फीसदी बढ़ाने का आदेश दिया है।

इससे एन्टी बायोटिक व तमाम हृदय, डायबिटीज, कैंसर, एचआईवी व किडनी रोग की दवाओं के दाम में बेतहाशा बढ़ोत्तरी होगी। पिछले साल एनपीपीए ने एनइएलम में शामिल 800 से ज्यादा जीवन रक्षक दवाओं का दाम 10.7 फीसदी बढ़ाने का आदेश दिया था। ऐसे में हमारी मांग है कि दवाओं से जीएसटी शून्य की जाए व उनके दाम कम किए जाएं ताकि आम जनता को राहत मिल सके। बैठक में जिला मंत्री मयंक श्रीवास्तव ने 19 जून के कार्यक्रम को सफल बनाने का आवाह्न किया। सभा में ज्योति भूषण, बी के श्रीवास्तव, हरिशंकर गुप्ता, संजय विश्वकर्मा, ए के जैन, रईस आलम, दिग्विजय, विकास, शिवम, मोहित, विशाल, अमरनाथ श्रीवास्तव, राजू श्रीवास्तव, निकेत, अविनाश, हेमंत, रितेश , निजामुद्दीन, सर्वेश मिश्रा, अंकित वर्मा, आरपीएस यादव, एसके राय, एमपी राय, सौरभ राय, सूरज विश्वकर्मा, सुनील गुप्ता, रामाश्रय, अभिषेक तिवारी, रविकांत तिवारी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे। अध्यक्षता चंदन राय व संचालन मयंक श्रीवास्तव ने किया।