अस्पताल के कुव्यवस्था के खिलाफ दिया गया धरना
अनुमंडलीय अस्पताल के लचर व्यवस्था के खिलाफ ग्रामीणों ने डुमरांव के राजगढ़ चौक पर एक दिवसीय धरना दिया। धरना के माध्यम से ग्रामीणों ने लोगों को बताने की कोशिश किया की अनुमंडलीय अस्पताल में किस तरहा से डाक्टरों द्वारा मनमानी की जाती है।
- डुमरांव के राजगढ़ चौक पर ग्रामीणों ने दिया एक दिवसीय धरना
- डीएस को स्थानांतरित करने की किया गया मांग
केटी न्यूज/डुमरांव
अनुमंडलीय अस्पताल के लचर व्यवस्था के खिलाफ ग्रामीणों ने डुमरांव के राजगढ़ चौक पर एक दिवसीय धरना दिया। धरना के माध्यम से ग्रामीणों ने लोगों को बताने की कोशिश किया की अनुमंडलीय अस्पताल में किस तरहा से डाक्टरों द्वारा मनमानी की जाती है। रोस्टर के अनुसार कोई ड्यूटी नहीं करता, सभी एक दूसरे से मैनेज कर काम करते हैं। फिर इनलोगों द्वारा पांच सूत्री मांग पत्र जारी किया गया। बताया गया की अस्पताल के डीएस के सह पर सभी काम होता है।
धरना के माध्यम से लोगों को यह जानकारी दी गई और मांग किया गया की सालों से अनुमंडलीय अस्पताल में जमें डीएस डा. गिरीश सिंह का कहीं अन्यंत्र ताबदला किया जाए। इनके रहते अनुमंडलीय अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा में सुधार नहीं हो सकता है। पांच सूत्री मांग पत्र में डीएस और इनकी पत्नी के साथ ही परिवार की संपति की जांच सीबीआई से करायी जाए। धरना के समर्थन में
आए मानवाधिकार विकास मंच के प्रदेश अध्यक्ष राम यत्न यादव ने कहा कि अनुमंडलीय अस्पताल हृदय रोग विशेषज्ञ चिकित्सक को पदस्थापित किया जाए की अनुमंडलवासियों को उसका लाभ मिल सके। फिर मांग किया गया कि 8 अगस्त को हाथ की हड्डी टूटी महिला का इलाज नहीं होने के कारण उसे निजी क्लीनिक का सहारा लेना पड़ा जहां गरीब को हजारों रूपये खर्च करने पड़ गए थे।
इसकी शिकायत सीएस और डीएम से परिवार के लोगों द्वारा किया गया था, जिसकी जांच अभी चल रही है। इस संबंध में कहना था कि इसकी जांच पारदर्शिता पूर्वक होने पर सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। मौके पर हरेन्द्र कुमार यादव बीडीसी नंदन, रमेश यादव, संजय कुमार, जीतेन्द्र कुमार, बिपिन सिंह, प्रदीप कुमार, पप्पु कुमार पाल सहित अन्य ने संबोधित किया।