ग्रामीण छात्र भी शहरी छात्रों की तरह प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ रहे है जो एक सकारात्मक संकेत: पूर्व मंत्री
शिक्षा के बिना जीवन में किसी भी मुकाम तक पहुंचना असंभव है। ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अत्यंत आवश्यक है, जिसके लिए यह महाविद्यालय परिवार निरंतर प्रयासरत है। यह बातें कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला ने कही।

- तारा शिवशंकर डिग्री कॉलेज में सम्मान समारोह में शिक्षा और देशभक्ति पर हुआ मंथन
- शिक्षक एमएलसी जीवन कुमार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ बोले एमएलसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो संकल्प लिया था, उसे सेना ने साकार कर दिखाया
केटी न्यूज/ राजपुर
शिक्षा के बिना जीवन में किसी भी मुकाम तक पहुंचना असंभव है। ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अत्यंत आवश्यक है, जिसके लिए यह महाविद्यालय परिवार निरंतर प्रयासरत है। यह बातें कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला ने कही।
कार्यक्रम राजपुर प्रखंड के तियरा स्थित तारा शिवशंकर डिग्री कॉलेज में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. धनंजय पांडेय ने की। सम्मान समारोह में आये अतिथियों का स्वागत कॉलेज प्रशासन के द्वारा अंगवस्त्र और डायरी देकर किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला ने कहा कि कहा कि अब ग्रामीण छात्र भी शहरी छात्रों की तरह प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ रहे हैं, जो एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कॉलेज तक ईंट सोलिंग कराए जाने की जानकारी दी और आश्वासन दिया कि जल्द ही यह पक्की सड़क में परिवर्तित होगी।
पूर्व मंत्री ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं, विशेषकर स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके माध्यम से मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में छात्रों को पढ़ाई में आर्थिक सहायता दी जा रही है। सरकार निजी क्षेत्र के स्कूलों और कॉलेजों को भी प्रोत्साहित कर रही है।
इस अवसर पर शिक्षक एमएलसी जीवन कुमार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह गर्व का विषय है कि बिहार की धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो संकल्प लिया था, उसे सेना ने साकार कर दिखाया। उन्होंने कहा कि देश की सेना के साथ हम सभी नागरिक खड़े हैं।
शिक्षकों की समस्याओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि विगत कई वर्षों से वित्त रहित कॉलेजों को अनुदान नहीं मिल रहा है, जिसे लेकर वे सदन में लगातार आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि इन कॉलेजों को पूर्ण मान्यता दी जाए ताकि यहां पढ़ने वाले छात्रों और कार्यरत शिक्षकों को उचित सुविधा मिल सके।
इस अवसर पर गीता प्रसाद मिश्र, रामअवतार सिंह, शेषनाथ दूबे, संतोष तिवारी, भावी मुखिया प्रत्याशी पिंटू शर्मा, अम्बुज चौबे, धनंजय मिश्र, जदयू अध्यक्ष फुटूचंद सिंह, रवि पांडेय, अजीत कुमार, अशोक पांडेय, सुनील पांडेय, सतीश दूबे, रंगनाथ चौबे, बबलू पाठक, संजय उपाध्याय, राजेश चौबे सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।