बोले तेजस्वी: नीतीश जी मेरे माता-पिता के पास पैदल ही हाथ जोड़े गिड़गिड़ाते हुए आए थे, हमें बचा लिजिए ई बीजेपी वाला हमार पटिए तोड़ देगा

वो खुद हमारे घर पैदल चलकर मेरे मां-पिता के सामने गिड़गिड़ाते हुए आए थे कि हमें बचा लिजिए नही तो ई बीजेपी वाला हमरा पटिया हीे तोड़ देगा। तब भी हम साथ लेने को तैयार नहीं थे ...................

बोले तेजस्वी: नीतीश जी मेरे माता-पिता के पास पैदल ही हाथ जोड़े  गिड़गिड़ाते हुए आए थे, हमें बचा लिजिए ई बीजेपी वाला हमार पटिए तोड़ देगा

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केटी न्यूज/कैमूर 

कैमूर में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की समर्थन करने पहुंचे तेजस्वी यादव ने आज अपने सहयोगी रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ आक्रमक नजर आए। तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में कहा कि हम या हमारी पार्टी के सदस्य उनके पास नही गए थे। वो खुद हमारे घर पैदल चलकर मेरे मां-पिता के सामने गिड़गिड़ाते हुए आए थे कि हमें बचा लिजिए नही तो ई बीजेपी वाला हमरा पटिया हीे तोड़ देगा।

तब भी हम साथ लेने को तैयार नहीं थे परन्तु सिर्फ एक शर्त पर उन्हें साथ लिया गया था कि 2024 को बीजेपी व नरेन्द्र मोदी की जीत को रोकना है। हम लोग जो नौकरी का वादा चुनाव में किया था उसे पुरा करेगें। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार एक थके हुए मुख्यमंत्री है। पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी ने कहा कि एक तरफ जहां हमलोग भारत को जोड़ने के लिए कार्यक्रम कर रहे है। वहीं बीजेपी के द्वारा दूसरी तरफ भारत को तोड़ने की लगातार प्रयास की जा रही है। 

देश में एक तरफ नफरत की राजनीति की जा रही है तो दूसरे तरफ प्यार की बातें कही जाती हैं। देश के लोगों को अब तय करना है कि वो किसके साथ हैं। पूरे देश में हर वर्ग के लोग नरेंद्र मोदी के शासन में परेशान कर रही हैं। समाज में अगर कोई सबसे बड़ा दुश्मन है तो वह बेरोजगारी है। डिग्री होने के बावजूद देश में युवा नौकरी के लिए भटक रहे है। तेजस्वी ने बिहार में गरीबों की सरकार 2020 में ही बन गई थी।

परन्तु छल कपट की गई। राजद के विधायकों को पचास और सौ वोट से हराया गया। हम लोगों को 122 की जगह 114 के आंकड़े पर रोका गया। अबतक हमलोग 10 लाख नौकरी भी दे देते। जब हमलोगों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि  फिर से बीजेपी के साथ क्यों चले गए! जब इसका हमने इसका कारण पूछा तो उनके पास कोई जवाब नहीं था।

नीतीश कुमार को ईडी की डर है या सीबीआई के डर से उन्होंने पाला बदल लिया ये हम नहीं जानते हैं। परन्तु जो बिहार प्रदेश की जनता के मुद्दों की बात करेगा हम उसके साथ चट्टान की तरह खड़े रहेंगे।