फिरौती के लिए अपहृत युवक की महज कुछ घंटों में बरामदगी, प्रेमिका भी मिली
बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र के नटवार थाना क्षेत्र के करमैनी से कथित रूप से फिरौती के लिए अपहृत एक युवक को पुलिस ने कुछ ही घंटों में मोहनिया से बरामद कर लिया। इस मामले में अपहृत युवक के साथ उसकी प्रेमिका भी मिली।
केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: बिक्रमगंज (रोहतास):बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र के नटवार थाना क्षेत्र के करमैनी से कथित रूप से फिरौती के लिए अपहृत एक युवक को पुलिस ने कुछ ही घंटों में मोहनिया से बरामद कर लिया। इस मामले में अपहृत युवक के साथ उसकी प्रेमिका भी मिली। एसडीपीओ कुमार संजय ने अपने कार्यकाल कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में इस घटना की विस्तृत जानकारी दी।
अपहरण की सूचना:
नटवार थाना क्षेत्र के करमैनी निवासी अजय तिवारी ने बुधवार को दिन में करीब 11 बजे नटवार थाना पर आकर सूचना दी कि उनके बेटे निखिल तिवारी का अपहरण हो गया है और फिरौती में 50 हजार रुपये की मांग की जा रही है। इस सूचना पर तुरंत प्राथमिकी दर्ज की गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुमार संजय ने अपने नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया।
तेजी से कार्रवाई:
एसआईटी ने तत्परता दिखाते हुए अपहृत निखिल कुमार को मोहनिया से बरामद कर लिया। निखिल के साथ ही उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बैरिया थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव की निवासी अनिल पाण्डेय की पुत्री प्रियंका कुमारी भी मिली, जो खुद को निखिल की पत्नी बता रही थी। प्रियंका ने बताया कि उनकी और निखिल की दोस्ती इंस्टाग्राम से हुई थी और बाद में उन्होंने मोहनिया के एक मंदिर में शादी कर ली।
फिरौती मांगने वाला गिरफ्तार:
पुलिस ने इस मामले में फिरौती मांगने वाले मोबाइल धारक, मोहनिया थाना क्षेत्र के अमैठ निवासी सुनील चौबे के पुत्र अभिषेक चौबे को भी गिरफ्तार कर लिया है। एसडीपीओ कुमार संजय ने बताया कि फिरौती के मामले की जांच की जा रही है और पुलिस इस साजिश में अपहृत युवक की भूमिका से भी इंकार नहीं कर रही है।
पुलिस टीम की सक्रियता:
छापेमारी और जांच में शामिल पुलिस टीम में पुलिस निरीक्षक शेर सिंह यादव, नटवार के अपर थानाध्यक्ष पुअनि कुमारी नेहा सिन्हा, सअनि ललानंद मिश्रा, डीआईयू टीम, डिहरी और सिपाही बीरमणी शामिल थे। उनकी सक्रियता और तत्परता के कारण ही अपहृत युवक को इतनी जल्दी बरामद किया जा सका।
प्रेस वार्ता में जानकारी:
प्रेस वार्ता के दौरान एसडीपीओ कुमार संजय ने बताया कि निखिल तिवारी के अपहरण और फिरौती मांगने की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की और कुछ ही घंटों में युवक को सुरक्षित बरामद कर लिया। निखिल और प्रियंका की शादी की जानकारी मिलने पर पुलिस ने दोनों को सुरक्षित घर भेज दिया।
जांच जारी
फिरौती मांगने वाले अभिषेक चौबे को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच जारी है और सभी संभावित कोणों से जांच की जा रही है। पुलिस ने इस साजिश में अपहृत युवक निखिल तिवारी की संभावित भूमिका से भी इंकार नहीं किया है और उसकी भी जांच की जा रही है।
परिवार में राहत
निखिल तिवारी की सुरक्षित बरामदगी से उसके परिवार में राहत की लहर दौड़ गई है। पुलिस की तत्परता और त्वरित कार्रवाई की वजह से एक बड़ा संकट टल गया। पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की जा रही है और इससे जनता का पुलिस पर विश्वास और मजबूत हुआ है।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर दिखाया है कि पुलिस की तत्परता और समर्पण से कितनी जल्दी और सफलतापूर्वक किसी भी घटना को सुलझाया जा सकता है। पुलिस की इस कार्रवाई से अन्य अपराधियों के मन में भी कानून का डर बैठना निश्चित है।