"राजस्व मामलों में जिले की रैंकिंग में सुधार की जरूरत- डीएम"

जिलाधिकारी ने राजस्व मामलों में जिले की रैंकिंग को लेकर डीसीएलआर और अंचल अधिकारियों के साथ बैठक की और इस पर गंभीर चिंता व्यक्त की।

"राजस्व मामलों में जिले की रैंकिंग में सुधार की जरूरत- डीएम"

केटी न्यूज़/छपरा

जिलाधिकारी ने राजस्व मामलों में जिले की रैंकिंग को लेकर डीसीएलआर और अंचल अधिकारियों के साथ बैठक की और इस पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने प्रत्येक अधिकारी को निर्देशित किया कि जिले की रैंकिंग सुधारने के लिए व्यक्तिगत रूप से रणनीति बनाएं।

डीएम ने बताया कि सीओ की रैंकिंग दस प्रमुख पैरामीटरों के आधार पर की जाती है, जो अंततः जिले की रैंकिंग को प्रभावित करती है। उन्होंने सभी सीओ को निर्देश दिया कि वे उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दें जहाँ रैंकिंग पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ रहा है, जैसे अतिक्रमण, भूमि सर्वेक्षण, और म्यूटेशन।

साथ ही, डीएम ने सभी सीओ और डीसीएलआर को अभियान बसेरा के लिए जमीन खोजने के निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने बंजर भूमि की पहचान कर उसे वन विभाग को वृक्षारोपण के लिए आवंटित करने की भी सलाह दी। अधिकारियों को अगस्त माह तक आपदा राहत से जुड़े मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के निर्देश भी दिए गए हैं।