स्मार्ट मीटर लगाने पर ग्रामीणों ने किया विरोध

प्रखंड में बिजली की लचर व्यवस्था के बीच प्रखंड के केसठ में बिजली उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो गया है। विभाग के द्वारा पुराने डिजिटल मीटर को बदल अब नया स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। लेकिन, नया बाजार की मुख्य गली में लोगाे ने स्मार्ट मीटर लगाने आए कर्मियों का खूब विरोध किया।

स्मार्ट मीटर लगाने पर ग्रामीणों ने किया विरोध

केटी न्यूज/केसठ 

प्रखंड में बिजली की लचर व्यवस्था के बीच प्रखंड के केसठ में बिजली उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो गया है। विभाग के द्वारा पुराने डिजिटल मीटर को बदल अब नया स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। लेकिन, नया बाजार की मुख्य गली में लोगाे ने स्मार्ट मीटर लगाने आए कर्मियों का खूब विरोध किया। लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर में पुराने मीटर से अधिक बिल आता है। हालांकि कर्मियों ने कहा कि ये सब अफवाह वाली बातें हैं

ऐसा कुछ नहीं है। स्मार्ट मीटर भी पुराने डिजिटल मीटर जैसा ही है। लाख समझाने के बाद भी ग्रामीण अपने जिद्द पर अड़े रहे। जीपीआई यानी ग्राम पंचायत इंचार्ज जगनरायण सिंह ने लोगों को किसी तरह समझा बुझा कर मीटर लगाने का कार्य शुरू करवाया। बताते चले कि प्रखंड के अधिकतर हिस्सों में लोग स्मार्ट मीटर का जबर्दस्त विरोध कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर में पहले पैसा डालेंगे तो ही बिजली मिलेगी,

लेकिन पुराने डिजिटल मीटर में बिजली खपत होने के बाद बिल आती थी, लोगों का कहना है कि हम लोग मजदूरी करते है, किसान है स्मार्ट मीटर के रिचार्ज के लिए पहले पैसा कहा से लायेंगे। वहीं राजद नेता सुनिल कुमार यादव उर्फ पप्पू यादव ने भी इसका विरोध किया उन्होंने कहा कि बिजली विभाग पहले अपनी लचर व्यवस्था में सुधार लाए, एक तो किसानों और ग्रामीणों को पर्याप्त मात्रा बिजली नहीं मिल रही है।

विभाग को इसमें सुधार करने की बजाए स्मार्ट मीटर लगवा रहा है, जो की कथित तौर पर गलत है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा निर्धारित समय अनुसार बिजली दे उसके बाद स्मार्ट मीटर लगवाए। इस संबंध में कनीय अभियंता अविनाश कुमार ने बताया कि स्मार्ट मीटर भी पुराने डिजिटल मीटर जैसा ही है। अगर लोग स्मार्ट मीटर लगवाते हैं तो 3 दिन तक किसी तरह का रिचार्ज करने की आवश्यकता नहीं है।

स्मार्ट मीटर लगाने से लोगों का ही फायदा है। स्मार्ट मीटर लगने से सौ प्रतिशत बिजली बिल की रिकवरी होगी। विभाग घर बैठे ही बता सकता है कि कौन उपभोक्ता बिजली की चोरी कर रहा है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि स्मार्ट मीटर लगाए। वही जो उपभोक्ता अगर ऐसा नहीं करते हैं तो उनके घर की बिजली काट दी जाएगी।

यह होंगे फायदे

इस स्मार्ट मीटर की पुराने मीटरों की अपेक्षा कई खासियतें हैं, सबसे पहले तो इसमें यह सुविधा है कि उपभोक्ता यदि बिल जमा नहीं कर रहा है तो उसके घर जाकर कनेक्शन काटने की जरुरत नहीं होगी, सीधे कंट्रोल रूम से कनेक्शन रिमोट के माध्यम से काट दिया जाएगा। इसके अलावा इसमें शत् प्रतिशत छेडख़ानी रुकेगी, किसी भी प्रकार की छेड़ख़ानी दो सेकंड के अंदर कंट्रोल रूम को मैसेज देगी।

इसके अलावा हर मिनट में इसकी सीधी मॉनिटरिंग होगी। खपत-डिमांड, लोड को भी बताएगा। घर जाकर रीडिंग करने की कोई झंझट नहीं होगी। कंट्रोलरूम में ऑनलाइन मैसेज से रीडिंग पहुंचेगी। वही, उपभोक्ताओं  को भी विपत्र जमा करने तथा त्रुटि सुधार के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी।