सलामी के साथ दी गई पूर्व विधायक को अंतिम विदाई
केटी न्यूूज/डुमरांव/केसठ
डुमरांव विधानसभा के पूर्व विधायक कामरेड रामश्रय सिंह को रविवार को लाल सलामी के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान परिजनों की आंखे नम हो गई थी। दिल्ली से शव आते ही पैतृक गांव कुलमनपुर स्थित उनके दरवाजे पर अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ो की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। लोगों ने कामरेड रामाश्रय सिंह अमर रहे के नारे भी लगाए। विदित हो कि चार दिन पहले वे अपने पुत्री से मिलने के लिए दिल्ली गए हुए थे।
शुक्रवार की रात खाना खाने के बाद छत पर टहलने के दौरान अचानक संतुलन बिगड़ने से वे नीचे गिर गए थे। जिसके बाद इलाज के दौरान राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उनकी मौत हो गई। रविवार को उनका शव पैतृक गांव लाया गया। शव आते ही उनकी पत्नी राजस्वरी देवी रोते रोते बेहोश हो जा रही थी। यही हाल पूरे परिवार का था। इधर सूचना मिलते ही पार्टी के लोगो के अलावे कई दिग्गज नेताओं का तांता लगने लगा। दाह संस्कार की शुरुआत में भाकपा के नेताओं द्वारा पार्टी के झंडे का झंडोत्तोलन कर सलामी दी गई।
इसके बाद उपस्थित नेताओं, किसानों व क्षेत्र के प्रबुद्धजनों द्वारा उनके पार्थिव शव पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। पुष्पांजलि अर्पित करने में डुमरांव विधायक अजीत कुशवाहा, राजद के वरिष्ठ नेता सुनिल कुमार यादव उर्फ पप्पू यादव, केसठ मुखिया अरविंद कुमार यादव उर्फ गामा पहलवान, पूर्व सांसद तेज नारायण सिंह, नागेंद्र ओझा, समाजसेवी कुंवर भीम सिंह, रामजी, गिरीश कुमार द्विवेदी, संजय उपाध्याय, विजय कुमार सिंह, अशोक यादव, अमित कुमार पांडेय, नीरज यादव, ललन प्रसाद, जितेंद्र पहलवान, पंचायत मुखिया प्रतिनिधि बसंत पांडेय,
सरपंच विष्णु देव पासवान, बीडीसी मंजू देवी, राजद महासचिव अखिलेश सिंह सहित सैकड़ों दिग्गज नेता शामिल थे। उनके बाद उन्हें मुख्यअग्नि दी गई। राजद के वरिष्ठ नेता पप्पू यादव और डुमरांव विधायक के कहा कि लोगो ने एक नवरत्न को खोया है जिसकी कमी सदैव खलेगी। जिसकी भारपाई कोई नहीं कर पायेगा। इस दौरान पूरा क्षेत्र रामाश्रय सिंह अमर रहे के नारे से गुजेमान हो गया था। सभी ने उन्हें नम आंखों से सलामी देते हुए दाह संस्कार किया। वही केसठ मुखिया और नेताओं ने कहा की वे युवा अवस्था से ही शोषित, बंचित, गरीबों, कमजोर की आवाज बन कर संघर्ष करने वाले कामरेड थे।
मौन धारण कर की गई प्रार्थना
पूर्व विधायक रामश्रय सिंह के पार्थिव शव को श्रद्धांजलि देने के बाद समाजसेवी, नेताओं और लोगों ने 5 मिनट का मौन धारण कर ईश्वर से उनकी आत्मा के शांति के लिए प्रार्थना किए।