मोदी सरकार में उपयोगी ट्रेनों को बंद कर दिया गया है: सदर विधायक

मोदी सरकार में उपयोगी ट्रेनों को बंद कर दिया गया है: सदर विधायक
धरने पर बैठे

12 सूत्री मांगों के समर्थन में रेल यात्री कल्याण समिति ने दिया धरना, सौंपा मांग पत्र

केटी न्यूज/डुमरांव 

डुमरांव रेलवे स्टेशन पर रेल यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं देने और विभिन्न ट्रेनों के ठहराव सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर रविवार को रेल यात्री कल्याण समिति के सदस्यों तथा समाजसेवियों ने एकदिवसीय धरना दिया। धरने की अध्यक्षता मुन्ना यादव और संचालन अखिलेश केशरी ने किया। सदस्यों ने अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर रेल प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। धरने के दौरान रेलवे स्टेशन के आसपास रेल पुलिस विधि-व्यवस्था को लेकर कड़ी निगरानी बरत रही थी। इस धरने को बक्सर सदर विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी, राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुधीर कुमार सिंह, कृष्णबिहारी चौबे, कमलेश सिंह, डॉ एसके सैनी, मोहम्मद इकरामुद्दीन, कलीम अहमद खान, कमल चौरसिया आदि ने संबोधित किया। सदर विधायक मुन्ना तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार में पहले से मौजूद सुविधाओं तथा उपयोगी ट्रेनों को बंद कर दिया गया है।

वहीं डाॅ एसके सैनी ने कहा कि पंडित दीनदयालय उपाध्याय जंक्शन से पटना के बीच किसी भी स्टेशन पर रेलवे का ट्रामा सेंटर व एंबुलेंस नहीं है। जिस कारण दुर्घटना के शिकार यात्री समय पर इलाज के अभाव में दम तोड़ देते है। वक्ताओं ने कहा कि डुमरांव रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर आभाव है। इस स्टेशन से रेल विभाग को करीब छह करोड़ रुपये का सालाना आय होता है लेकिन विभाग द्वारा महिला यात्रियों के लिए शौचालय, पेयजल, समुचित सफाई व्यवस्था आदि की भी सुविधा नदारद है।

उन्होंने यात्रियों की मूलभूत सुविधा देने की मांग किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्टेशन से प्रतिदिन 12 हजार यात्रियों का आवागमन होता है। ट्रेनों के आभाव में सैकड़ो यात्री बक्सर स्टेशन पहुंच कर लंबी दूरी के ट्रेनों का सफर करते है। रेल विभाग ने कोरोना काल खत्म होने के बाद भी अब तक कोरोना काल मे बंद ट्रेनों का परिचालन शुरू नही कराया। आज भी यात्रियों को कोरोना काल वाला भाड़ा रेल यात्री को अदा करना पड़ता है। समिति द्वारा आयोजित धरने में पंकज पटेल, छोटे सिंह, दिलीप केशरी, अंजू कुमारी, बिजली राम, बीरेंद्र ओझा, मिथिलेश राय सहित अन्य ग्रामीण व शहरी इलाके के समाजसेवियों के अलावे कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी शामिल थे।