मिलेगी बड़ी सौगात: यूपी बक्सर पुल पर भारी वाहनों का जल्द शुरू होगा आवागमन

मिलेगी बड़ी सौगात: यूपी बक्सर पुल पर भारी वाहनों का जल्द शुरू होगा आवागमन

- यूपी को बिहार से जोड़ने के लिए गंगा पर भरौली-बक्सर के बीच वीर कुंवर सिंह सेतु का उद्घाटन वर्ष 1977 में हुआ था

केटी न्यूज/बलिया

यूपी-बिहार की सीमा पर बह रही गंगा पर यूपी-बिहार को जोड़ने वाला भरौली-बक्सर के बीच बना पुल नौ वर्षोँ से भारी वाहनों के लिए प्रतिबंधित है। लेकिन यह इंतजार अब समाप्त होने वाला है। यहां गंगा पर भरौली-बक्सर के बीच बन रहा नया पुल अप्रैल महीने के अंत में चालू हो जाएगा और जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। इसके बाद इस पुल पर भारी वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा। इस पुल के चालू होने से जनपद के अलावा सीमावर्ती गाजीपुर जिले दर्जनों गांवों के लोगों को लाभ मिलेगा। इस पुल से यूपी-बिहार के बीच लखनऊ-पटना के अलावा यूपी व बिहार के महानगरों के लिए बसों का परिचालन शुरू हो जाएगा। यूपी को बिहार से जोड़ने के लिए गंगा नदी पर भरौली-बक्सर के बीच वीर कुंवर सिंह सेतु का उद्घाटन वर्ष 1977 में हुआ था। इस पुल के देखरेख की जिम्मेदारी बिहार सरकार के पास है। यह पुल कई बार क्षतिग्रस्त हुआ और कई बार मरम्मत भी हुई। वर्ष 2014 में पुल के अधिक क्षतिग्रस्त होने के कारण इसे भारी वाहनों के लिए प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया। लेकिन उस समय लोकसभा चुनाव को वाहनों की आवाजाही देखते हुए जिले में चुनाव संपन्न होने के बाद 12 मई 2014 को बक्सर जिला प्रशासन द्वारा पुल के दोनों तरफ लोहे की बैरिकेडिंग लगाकर भारी वाहनों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया। तभी से पुल से भारी वाहनों का आवागमन बंद है।

इसके चलते बड़े वाहनों को डेढ़ से दो सौ किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। वर्ष 2019 में नया पुल बनाने की कवायद शुरु हुई लेकिन कोरोना काल में पुल का निर्माण बंद हो गया। लेकिन बीते छह माह से पुल का काम तेजी से चल रहा है। पुल बनाने वाली एजेंसी एसपी सिंगला के अधिकारियों ने बताया कि पुल के दो सिग्मेंट बचे हैं, जो जल्द पूरा कर लिया जाएगा। जबकि पुल का एप्रोच बनकर तैयार है। पुल की रेलिंग का काम जोरों पर चल रहा है। एजेंसी के अधिकारियों के अनुसार पुल अप्रैल महीने के अंत तक चालू हो जाएगा। हालांकि बिहार में बन कर तैयार फोरलेन सड़क से छोटे वाहनों से आने-जाने वाले लोग अभी वीर कुंवर सेतु से ही आ जा रहे हैं।

यूपी-बिहार के बीच बसों का शुरु होगा परिचालन :

नया पुल चालू होने के बाद पटना-लखनऊ की दूरी कम समय में तय किया जा सकता है। वहीं बिहार एवं उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की नजर नए पुल पर है। पुल चालू होने के बाद बलिया से कोलकाता, रांची, धनबाद, पटना, बक्सर, आदि जगहों के बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। इसी तरह यूपी की सीमा में फोरलेन का काम पूरा होने के बाद पटना-लखनऊ के बीच बसों का परिचालन होने लगेगा।

विभिन्न तरीके के कारोबार को मिलेगा बढ़ावा :

नया पुल चालू होने का इंतजार लोगों को काफी दिनों से था। इससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा तथा सब्जी की खेती करने वाले किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा। भरौली से दो फोरलेन लिंक मार्ग निकल रहा है। एक फोरलेन सड़क 17 किलोमीटर करीमुद्दीनपुर के पास ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा। तो दूसरी फोरलेन लिंक 18 किमी दूर फखनपुरा के पास पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जुड़ेगा। इस सड़क का निर्माण भी जल्द ही शुरू होने वाला है।

लाल बालू भी होगा सस्ता :

भरौली-बक्सर के बीच गंगा पर बने वीर कुंवर सेतु के बंद होने का सबसे अधिक लाल बालू के आवक पर हुआ है और इसके चलते जनपद में लाल बालू काफी महंगा हो गया है। लाल बालू का मुख्य खदान बिहार प्रांत के कोईलवर में है। कोईलवर से यूपी की सीमा में प्रवेश के लिए सबसे नजदीक रास्ता बक्सर-भरौली गंगा पुल ही है। पुल के बंद होने के पहले करीब तीन सौ ट्रकें रोजाना लाल बालू लेकर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करती थीं और इसी रास्ते जिले के अलावा गाजीपुर, मऊ, गोरखपुर, गोंडा, आजमगढ़ आदि जनपदों में लाल बालू पहुंचता था। लेकिन पुल के बंद होने के कारण ट्रकें गाजीपुर या जयप्रभा सेतु मांझी के रास्ते आ रही हैं लिहाजा खर्च बढ़ने के कारण लाल बालू भी महंगा हो गया है। अब नया पुल के चालू होने से एक बार फिर लाल बालू की ट्रकें इसी रास्ते में प्रदेश की सीमा में आएंगी लिहाजा जनपद के अलावा अन्य जनपद के लोगों को भी लाल बालू कम कीमत पर मिलने लगेंगी।

अंतिम दौर में नया पुल का काम :

गंगा पर भरौली-बक्सर के बीच बन रहे नया पुल का काम अंतिम दौर में चल रहा है। नए पुल के सिग्मेंट का काम भी पूरा हो चला है। जो काम बचा है उसे भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। पूरे पुल पर काम जोरों पर है पुल अप्रैल महीने के अंत तक चालू हो जाएगी। - विशाल कुमार, डीपीएम, एसपी सिंगला, बक्सर