रैगिंग के नाम पर जवाहर नवोदय विद्यालय के 11वीं के छात्रों ने कक्षा आठ में पढ़ने वाले छात्रों को बेरहमी से पीटा

रैगिंग के नाम पर जवाहर नवोदय विद्यालय के 11वीं के छात्रों ने कक्षा आठ में पढ़ने वाले छात्रों को बेरहमी से पीटा

रैगिंग के नाम पर जवाहर नवोदय विद्यालय के 11वीं के छात्रों ने कक्षा आठ में पढ़ने वाले छात्रों को बेरहमी से पीटा

- विद्यालय प्रशासन ने ग्यारहवीं के 11 छात्रों को निलंबित कर घर भेजा

केटी न्यूज/गाजीपुर

स्कूल कॉलेज और यूनिवर्सिटी में रैगिंग को भले ही प्रतिबंधित कर दिया गया हो, लेकिन आज भी कई कॉलेजों में रैगिंग चल रही है। इसका जीता जागता उदाहरण जनपद के जवाहर नवोदय विद्यालय में देखने को मिला, जहां बीती रात विद्यालय में पढ़ने वाले 11वीं के छात्रों ने कक्षा आठ में पढ़ने वाले दो दर्जन से अधिक छात्रों की अपने छात्रावास के रूम में बुलाकर बूफर मांगने के नाम पर जमकर पिटाई किया। इसके बाद स्कूल प्रशासन के द्वारा 11 छात्रों को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। नवोदय विद्यालय में छात्रों को नि:शुल्क आवासीय शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है।

इसी स्कूल में बीती रात कक्षा 11 के छात्रों ने अपने जूनियर क्लास आठ के छात्रों को अपने रूम में बुलाया और करीब रात नौ बजे से लेकर 12 बजे तक उन सभी को बूफर मांगने के नाम पर बैठाए रखा और जब इन छात्रों ने बूफर नहीं होने की बात कही तब इन सभी ने सीनियर की आज्ञा की अह्वेलना करने का आरोप लगाते हुए सभी की लात घुसा और जूतों से जमकर पिटाई की। इसकी गवाही छात्रों के पीठ पर निशान दे रहा है।

वहीं घटना की जानकारी के बाद छात्रों के परिजन भी स्कूल पहुंचे और इन सभी लोगों ने उन छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही। परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन के द्वारा 11वीं के छात्रों को एक-एक कर उन्हें घर भगा दिया गया है।

घटना के संबंध में जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल इकरामुद्दीन सिद्धकी ने बताया कि 11वीं के छात्र और कक्षा आठ के छात्रों में झगड़ा हुआ है। जिसमें आठ के छात्रों की पिटाई की गई है। जानकारी पर विद्यालय के शिक्षक छात्रावास में पहुंचे और मामले को शांत कराया। उन्होंने बताया कि कक्षा 11 के करीब 11 छात्र थे और आठवीं के 15 से 20 छात्र रहे हैं। जिन्हें पीटा गया है।उन सभी के पेरेंट्स को रात में ही फोन करके बता दिया गया और सुबह उन सभी को निलंबित करते हुए विद्यालय से निष्कासित करते हुए उन्हें उनके घर भेज दिया गया। इसकी जानकारी पुलिस को भी दी गई है।