प्रचार-प्रसार कर महिलाओं को स्तन कैंसर के प्रति किया जाएगा जागरूक
- ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी के अभाव के कारण लंबे समय तक स्तन कैंसर से जूझती हैं महिलाएं
- फ्रंट लाइन वर्कर्स महिलाओं और पुरुषों को कैंसर के स्व परिक्षण की देंगी जानकारी
- 14 नवंबर तक सरकारी स्वास्थ्य संस्थान में चलाया जाएगा कैंसर जागरूकता अभियान
केटी न्यूज/बक्सर | शहरी हो या ग्रामीण, दोनों इलाकों में आज भी कैंसर के प्रति लोगों में जागरूकता और जानकारी की कमी है। जानकारी के अभाव और लक्षणों की पहचान न होने के कारण लोग लंबे समय तक इस भयंकर बीमारी से जूझते रहते हैं। जब स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाती है, तब वो जांच और इलाज के लिए आगे आते । लेकिन, कैंसर जैसी भयानक बीमारी को समय पर जांच और उचित इलाज से ही दूर किया जा सकता है। जिसके लिए जिले के लोगों का जागरूक होना जरूरी है। हालांकि, इसके लिए समय समय पर जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं। परंतु, अब इस अभियान को वृहद् रूप देते हुए, इसमें जन सहभागिता बढ़ाने की जरूरत है। ताकि, लोग कैंसर के प्रति जागरूक होने के साथ लक्षणों की पहचान करने में सक्षम हो सकें।
महिलाओं में अधिकांश मामले स्तन कैंसर से जुड़े :
नावानगर प्रखंड स्थित कड़सर पंचायत की आशा फैसिलिटेटर दुर्गा देवी ने बताया, पुरुषों की बात करें, तो उनमें ज्यादातर मुंह के कैंसर की शिकायत होती है। लेकिन, महिलाओं में अधिकांश मामले स्तन कैंसर से जुड़े होते हैं। ग्रामीण माहौल होने के कारण कई बार महिलाएं शर्म या लाज के कारण इसकी चर्चा नहीं करतीं। वहीं, कई मामलों में इसे महिलाएं अनदेखी कर देती हैं। लेकिन, जब स्थिति खराब होने लगती तो वो संपर्क करती हैं। इसलिए, विभाग द्वारा आशा फैसिलिटेटर को कैंसर के विभिन्न प्रकारों के स्व परिक्षण करने का प्रशिक्षण दिया गया। जिसके बाद कड़सर पंचायत की सभी आशा कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी दी गई है। अब सभी आशा कार्यकर्ता अपने अपने संबंधित क्षेत्र में लोगों को कैंसर के स्व परिक्षण की जानकारी देंगी।
जागरूकता सत्र के साथ जांच शिविर का हो रहा आयोजन :
कड़सर पंचायत स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सीएचओ प्रियंका कुमारी ने बताया, जिला मुख्यालय से मिले निर्देश के तहत एचडब्ल्यूसी अंतर्गत सभी गांव के लोगों को जागरूक करने के लिए सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को भी कैंसर के प्रकार, उनके लक्षण, इलाज और बचाव की जानकारी दी जा रही है। साथ ही, सेंटर पर जांच शिविर का भी आयोजन किया जा रहा है। जिसमें पुरुषों और महिलाओं में कैंसरों के लक्षणों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिनों में आयोजित शिविर में पांच स्तन कैंसर की लक्षण वाली मरीज मिली हैं। जिनको उचित जांच और इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर कर दिया गया है।
जागरूकता के लिए चलाया जा रहा विशेष अभियान :
जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार ने बताया, समय की मांग को देखते हुए सरकार ने लोगों को जागरूक करने की तैयारी की है। जिसके मद्देनजर सात से 14 नवंबर तक जिले में सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। ताकि, शहरी के साथ ग्रामीण इलाकों में भी लोगों को कैंसर के लक्षण व उसके प्रकार की जानकारी हो सके। तभी वो लक्षणों की पहचान कर अपना इलाज कराने के लिए आगे आएंगे। साथ ही, जिले में महिलाओं को जागरूक करने के लिए स्तन कैंसर के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।