लोक सभा चुनाव से पहले गायब हुए 67 आग्नेयास्त्र, प्रशासन की बढ़ी चिंता
- चार थानों के 67 शस्त्रों का नहीं हुआ सत्यापन, प्रशासन ने भेजा नोटिस
केटी न्यूज/डुमरांव
आगामी लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष, भयमुक्त एवं स्वच्छ वातावरण में संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने सभी थाना क्षेत्रों में शस्त्रों एवं कारतूसों का सत्यापन कराने के लिए पांच, छह व सात फरवरी के अलावे दूसरे सत्र में छूटे हुए शस्त्रों के सत्यापन को लेकर 15, 16 और 17 फरवरी तक सत्यापन की तिथि निर्धारित की थी।
बावजूद चार थाना क्षेत्र के 67 लाइसेंसधारियों ने अपने शस्त्रों का सत्यापन नहीं कराया। ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन ने उन लाइसेंसधारियों के खिलाफ नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की है। ससमय जवाब नहीं देने वाले लाइसेंसधारियों के खिलाफ लाइसेंस रद्द करने की कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
शस्त्रों के सत्यापन नहीं होने से प्रशासन में इस बात की आशंका गहराने लगी है कि कही ये आग्नेयाश्त्र अपराधियों या नक्सलियों के हाथ नहीं लग जाए। लोक सभा चुनाव के ऐन पहले लाइसेंसी हथियारों के गायब होने से प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गई है। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार शस्त्र सत्यापन की समीक्षा में पाया गया है
कि थाना नैनीजोर, मुरार, कृष्णाब्रम्ह और कोरानसराय के कुल 253 शस्त्रों के लाइसेंसधारी हैं लेकिन छह तिथियों में 186 लाइसेंसधारियों ने ही अपने शस्त्रों का सत्यापन कराया है जबकि 67 लाइसेंसधारियों के द्वारा सत्यापन नहीं कराया गया, जो आयुध अधिनियम 1959 एवं आयुध नियमावली 2016 के प्रावधानों एवं शर्तों का उल्लंघन हैं। जिला प्रशासन की माने तो लाइसेंसों का सत्यापन एवं नोटिस का जवाब नही देने वाले शस्त्रधारकों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।