सड़क के गड्ढे ने ली दो जिंदगियां, प्रशासनिक लापरवाही पर उठे सवाल
राजपुर थाना क्षेत्र के बिजौली गांव के पास शनिवार की देर रात एक हादसे ने दो घरों की खुशियां हमेशा के लिए छीन लीं। नहर की पुलिया के समीप सड़क पर बने खतरनाक गड्ढे ने एक बाइक सवार दो युवकों की जान ले ली। यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि बदहाल सड़कों और अनदेखी की कीमत के रूप में देखा जा रहा है।
-- शनिवार की देर रात राजपुर थाना क्षेत्र के बिजौली गांव के पास की है घटना, एक ही बाइक पर सवार थे दोनों युवक
केटी न्यूज/राजपुर
राजपुर थाना क्षेत्र के बिजौली गांव के पास शनिवार की देर रात एक हादसे ने दो घरों की खुशियां हमेशा के लिए छीन लीं। नहर की पुलिया के समीप सड़क पर बने खतरनाक गड्ढे ने एक बाइक सवार दो युवकों की जान ले ली। यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि बदहाल सड़कों और अनदेखी की कीमत के रूप में देखा जा रहा है।मृतकों की पहचान नोनौरा गांव निवासी 22 वर्षीय अर्जुन कुमार (पितादृशिव पासवान) और 21 वर्षीय राजू चौहान (पितादृमहेंद्र चौहान) के रूप में हुई है।

दोनों युवक शनिवार की रात किसी निजी कार्यक्रम में शामिल होकर एक ही बाइक से घर लौट रहे थे। बिजौली नहर की पुलिया के पास जैसे ही बाइक पहुंची, सड़क पर बने गहरे गड्ढे में फंसकर अनियंत्रित हो गई और दोनों युवक सड़क पर जा गिरे।स्थानीय लोगों के अनुसार, यह गड्ढा लंबे समय से सड़क पर बना हुआ है, लेकिन अब तक इसकी मरम्मत नहीं कराई गई। रात के समय रोशनी की व्यवस्था न होने के कारण यह गड्ढा दिखाई नहीं देता, जिससे राहगीरों की जान हमेशा खतरे में रहती है। ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले भी यहां कई लोग गिरकर घायल हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

-- पुलिस की तत्परता, लेकिन किस्मत हार गई
राजपुर थानाध्यक्ष श्रीनिवास कुमार ने बताया कि रात्रि गश्ती के दौरान 112 पुलिस को सूचना मिली। टीम तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। दुर्भाग्यवश, अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही राजू चौहान की मौत हो गई, जबकि अर्जुन कुमार ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
-- सदर अस्पताल में मचा कोहराम
घटना की खबर मिलते ही दोनों युवकों के परिजन सदर अस्पताल पहुंचे। वहां का माहौल गम और चीख-पुकार से भर गया। मां-बाप की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। पूरे नोनौरा गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है।इस हादसे के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते सड़क की मरम्मत और पुलिया के पास सुरक्षा के इंतजाम किए गए होते, तो दो युवा जिंदगियां बच सकती थीं।

यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक संवेदनहीनता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल भेज दिया है। वहीं, ग्रामीणों ने मांग की है कि बिजौली नहर की पुलिया समेत क्षेत्र की जर्जर सड़कों की तुरंत मरम्मत कराई जाए, ताकि भविष्य में किसी और घर का चिराग इस तरह न बुझ जाए।
