ज्वाइनिंग से पहले ही अभ्यर्थी चढ़ा पुलिस के हत्थे
-उच्च न्यायालय के पोर्टल पर उपलब्ध फोटो में मिली भिन्नता
केटी न्यूज/बलिया
न्यायालय में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर समूह घ के लिए चयनित एक अभ्यर्थी को ज्वाइनिंग से पहले ही कोतवाली पुलिस ने बुधवार की दोपहर सिविल कोर्ट के पास से गिरफ्तार कर लिया। जबकि इस प्रकरण में शामिल दूसरे आरोपी की तलाश में पुलिस जुट गई है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते 5 सितम्बर 2023 को मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सिविल कोर्ट बलिया ने कोतवाली में शिकायती पत्र दी।
बताया गया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा बीते 16 मई को समूह घ के लिए 31 कर्मी नियुक्त कर जनपद को इस आशय से भेजे गये कि उनकी पहचान व दस्तावेज का सत्यापन कर नियुक्ति प्राधिकारी जिला जज नियुक्ति पत्र जारी करें। इसबीच बीते 30 अगस्त को सत्यापन कराये जाने पर अनुक्रमांक सं. 87323272 के अभ्यर्थी धर्मेन्द्र यादव पुत्र रामसमुझ यादव निवासी पिपरी जिला मऊ का फोटो व उच्च न्यायालय के पोर्टल पर उपलब्ध फोटो में भिन्नता मिली।
पूछताछ पर धर्मेन्द्र यादव ने दूसरी फोटो आलोक सिंह निवासी गोरखपुर की होना बताया। इससे वास्तविक अभ्यर्थी कौन है स्पष्ट न होने तथा एक अभ्यर्थी के स्थान पर दूसरे व्यक्ति द्वारा धोखाधड़ी कर परीक्षा देकर नौकरी प्राप्त करने के लिये उपस्थित होने पर दोनों व्यक्तियों के विरूद्ध कोतवाली पुलिस मुकदमा पंजीकृत करने के साथ ही आरोपी धर्मेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि आलोक सिंह की तलाश जारी है।