भाई भगवान भरोसे: बहन का एक माह में ही उजड़ गया
बेलगाम ट्रक ने बाइक सवार जीजा-साले को रौंदा, जीजा की मौत
केटी न्यूज/आरा
आरा-अरवल मुख्य मार्ग पर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव के समीप सोमवार की दोपहर बेलगाम ट्रक ने बाइक सवार जीजा-साला को रौंद दिया। हादसे में जीजा की मौत हो गई, जबकि बाइक पर पीछे बैठा उसका साला जख्मी हो गया। उसका इलाज उदवंतनगर पीएचसी में कराया गया। घटना के बाद चालक ट्रक छोड़ मौके से फरार हो गया। वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने आरा-अरवल मार्ग को शव रखकर जाम कर दिया। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। आवागमन पूरी तरह बाधित रहा। सड़क जाम की सूचना पाकर उदवंतनगर थाना इंचार्ज घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया। इसके पश्चात पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया। साथ ही घटनास्थल से ट्रक को भी जब्त कर लिया। जानकारी के अनुसार मृतक संदेश थाना क्षेत्र के बिछियांव गांव निवासी विश्राम राम का 23 वर्षीय पुत्र प्रवीण कुमार था। वह गुजरात के राजकोट स्थित प्राइवेट कंपनी में काम करता था। वहीं जख्मी पटना जिले के पालीगंज थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव निवासी उदय प्रसाद का पुत्र व मृतक का साला रोहित कुमार है। मृतक के पिता विश्राम राम ने बताया कि उसके बाबा की मौत हो गई थी। वह श्राद्ध का न्योता देने के लिए अपने साले रोहित कुमार के साथ बाइक से उदवंतनगर थाना क्षेत्र के खलीसा गांव अपने रिश्तेदार के घर गया था। जब वह कार्ड देकर अपने गांव लौट रहा था उसी दौरान बेलाउर गांव के समीप विपरीत दिशा से आ रहे बेलगाम ट्रक ने दोनों को रौंद दिया। उनके बेटे प्रवीण कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं बाइक पर पीछे बैठा उसका साला रोहित कुमार जख्मी हो गया।
एक माह में ही उजड़ गया ज्योति का सुहाग
बताया जाता है कि मृतक अपनी शादी को लेकर ही एक माह पूर्व राजकोट से वापस गांव आया था। उसकी शादी बीते माह मई महीने में 20 तारीख को पटना जिले के पालीगंज थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव निवासी उदय प्रसाद की बेटी ज्योति देवी से हुई थी। अभी उसकी पत्नी के हाथ की मेहंदी भी नहीं छूटी थी कि उसके मांग का सिंदूर ही हमेशा के लिए मिट गया। बताया जाता है कि मृतक पांच भाई व एक बहन में पांचवें स्थान पर था। मृतक के परिवार में मां विजयंती देवी, पत्नी ज्योति देवी, चार भाई चंदन, रंजय, कुंदन व प्रिंस एवं एक बहन इंदु है। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। मां विजयंती देवी, पत्नी ज्योति देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।