गंगा दशहरा के दिन बड़ा नाव हादसा, कई लापता, मची चीख पुकार

गंगा दशहरा के पावन अवसर पर पटना के बाढ़ क्षेत्र में एक दुखद हादसा सामने आया है। उमानाथ घाट के पास गंगा नदी में एक नाव पलट जाने से कई लोग लापता हो गए हैं। इस हादसे में नाव पर सवार कई लोग तैरकर अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन अनेक लोग अब भी लापता हैं। प्रशासन ने लापता लोगों की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम को तैनात किया है।

गंगा दशहरा के दिन बड़ा नाव हादसा, कई लापता, मची चीख पुकार

केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: पटना: गंगा दशहरा के पावन अवसर पर पटना के बाढ़ क्षेत्र में एक दुखद हादसा सामने आया है। उमानाथ घाट के पास गंगा नदी में एक नाव पलट जाने से कई लोग लापता हो गए हैं। इस हादसे में नाव पर सवार कई लोग तैरकर अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन अनेक लोग अब भी लापता हैं। प्रशासन ने लापता लोगों की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम को तैनात किया है।

गंगा दशहरा के मौके पर हजारों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए घाटों पर एकत्रित हुए थे। गंगा के दोनों किनारों पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा हुआ था, और कई नावें गंगा में लोगों को इस पार से उस पार ले जा रही थीं। इसी दौरान उमानाथ घाट के पास एक नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नाव पर लगभग 25 लोग सवार थे। इस हादसे के बाद घाट पर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के वक्त कई लोगों ने तैरकर अपनी जान बचाई, लेकिन कुछ लोग गंगा की तेज धारा में बह गए। प्रशासन की ओर से अभी तक लापता लोगों की सटीक संख्या की पुष्टि नहीं की गई है। घटनास्थल पर तत्काल प्रभाव से एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, लापता लोगों की खोजबीन जारी है और घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। एसडीएम शुभम खुद मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं।

गंगा दशहरा के दिन इस हादसे से घाट पर स्नान कर रहे अन्य श्रद्धालुओं में भी दहशत फैल गई है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को गहरे पानी में न जाने की चेतावनी दी थी, लेकिन बावजूद इसके कुछ लोग लापरवाही बरतते हुए गहरे पानी में चले गए। प्रशासन ने घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत कार्रवाई की और एसडीआरएफ की टीम को त्वरित कार्रवाई के लिए लगाया गया।

हादसे में लापता हुए लोगों के घरों में मातम का माहौल है। बाढ़ क्षेत्र के अलावा आसपास के जिलों से भी गंगा स्नान के लिए आए श्रद्धालु इस घटना से स्तब्ध हैं। प्रशासन ने घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे, लेकिन इस हादसे ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन अब घटना की विस्तृत जांच कर रहा है और लापता लोगों की तलाश में जुटा हुआ है।

इस दुर्घटना से प्रभावित लोगों के परिवारों को तत्काल सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन ने हरसंभव कदम उठाने की बात कही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नाव पर सवार लोगों की संख्या अधिक थी, जिससे नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। प्रशासन ने नाव संचालकों को इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है।

गंगा दशहरा के पावन दिन पर हुए इस हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में इस हादसे को लेकर गहरा दुःख और आक्रोश है। प्रशासन ने लोगों से संयम बनाए रखने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की है ताकि इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।