गिरफ्तारी से बचने को घर से निकले किसान का मिला शव, दबाकर हत्या करने का आरोप
बिहिया थाना क्षेत्र के घाघा गांव की रविवार की रात की घटना
परिजनों का जमीन विवाद में पट्टीदारों पर गला दबा हत्या करने का आरोप
गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने पुलिस को शव उठाने से रोका
केटी न्यूज/आरा
बिहिया थाना क्षेत्र के घाघा गांव में पूर्व से चल रही जमीन के विवाद में रविवार की रात एक बुजुर्ग किसान की गला दबाकर हत्या कर दी गई। उनका शव सोमवार की सुबह घर से करीब सौ मीटर की दूरी से बरामद किया गया। उनकी जीभ थोड़ी सी बाहर निकाली थी और नाक में हल्का खून लगा था।ऐसे में किसान की गला दबाकर हत्या करने की आशंका जताई जा रही है। मृत किसान घाघा गांव निवासी 70 वर्षीय भीम साह थे।
मारपीट के एक मामले में बेल टूटने और वारंट आने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए रविवार की रात घर से बाहर चले गए थे। परिजनों की ओर से जमीन विवाद में अपने पट्टीदारों पर गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है। इसे लेकर परिजनों द्वारा हंगामा भी किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस को शव उठाने से भी रोक दिया गया। परिजन आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
बाद में थानाध्यक्ष राजेश मालाकार के समझाने पर मामला शांत हुआ। उसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। किसान के बेटे उमेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पट्टीदारों से 60 बीघे जमीन को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। उसे लेकर 2011 में पट्टीदारों मारपीट हुई थी। उस मामले में दोनों ओर से प्राथमिक दर्ज हुई थी। तब उसके पिता जेल गए थे। हालांकि बाद में जमानत पर बाहर आ गये थे। इस बीच उनका बेल टूट गया था
और वारंट निकल गया था। उस मामले में गिरफ्तारी को पुलिस शनिवार की रात घर आई थी। तब उसके पिता घर पर नहीं थे। ऐसे में रविवार को भी पुलिस उनके घर आ गयी थी। पुलिस की लगातार दबिश और गिरफ्तारी से बचने के लिए उसके पिता रविवार की रात घर से निकल गए थे। देर रात तक वह घर पर नहीं लौटे, तो उनकी खोजबीन शुरू की गई। काफी खोजबीन के बाद भी उनका कुछ पता नहीं चल पाया।
इस बीच रविवार की सुबह सूचना मिली के घर से करीब डेढ़ सौ मीटर दूरी उनके पुराने मकान के पास एक बुजुर्ग का शव पड़ा है। उस आधार पर वे लोग पहुंचे, तो देखा कि उसके पिता की शव है। उमेश कुमार गुप्ता की ओर से 60 बीघे जमीन के विवाद को पट्टीदारों द्वारा ही उसके पिता की गलत दबाकर हत्या करने का आरोप लगाया गया है। हालांकि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो सकेगा। बताया जा रहा है कि किसान के परिवार में पत्नी शकुंतला देवी, पुत्र उमेश कुमार गुप्ता,भोला गुप्ता सुनील गुप्ता, पुत्री ममता देवी और सीता देवी है। घटना के बाद किसान के घर में कोहराम मच गया है। पत्नी शकुंतला देवी सहित परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।