पर्वतारोहण में जिले की बेटी गूंजन ने हाई रेंज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराया नाम
- गुंजन को यह सम्मान दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची तंजानिया चोटी फतह कर लंबे समय तक वहां रुकने पर हासिल हुआ है सम्मान
केटी न्यूज/गाजीपुर
गाजीपुर नन्दगंज थाना क्षेत्र के रेवसा गांव निवासी राजदेव राम की पुत्री गुंजन ने हाई रेंज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर विश्व स्तर अपना नाम रोशन किया है। गुंजन को यह सम्मान दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची तंजानिया चोटी फतह कर लंबे समय तक वहां रुकने पर हासिल हुआ है। इसके साथ ही गुंजन का नाम इंडिया रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया है। गुंजन ने बताया कि पर्वतारोहण के क्षेत्र में शुरुआती दिनों में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा। परिवार और गांव के लोगों का सहयोग भी प्राप्त नहीं हुआ। दोस्तों और मार्गदर्शकों की मदद से मैंने जम्मू कश्मीर स्थिति ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद सबसे पहले जम्मू कश्मीर में ही 12500 फीट की ऊंचाई पर टेबल टॉप किया। इसके बाद 17907 फीट ऊंचे माउंटेन मचोई पर 11 घण्टे में पहुंच सबसे कम उम्र की महिला पर्वतारोही का इंडिया रिकॉर्ड हासिल किया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद उत्तराखंड में हिमालय पर्वत की चोटी केदार कंठा (12506फिट) का पर्वतारोहण महज 3 घंटे में करते हुए इंडिया रिकॉर्ड बनाया। अभी हाल ही में 26 जनवरी को दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची और विश्व की सबसे ऊंची चोटियों में चौथे नंबर का खिताब रखने वाली माउंट किलीमंजारो पर चढ़कर वहां ढाई घण्टे रुकने का विश्व स्तर का रिकॉर्ड बनाया है। हाई रेंज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने इन्हें यंगेस्ट पर्सन ऑफ स्टे फॉर द लांगेस्ट टाइम ऑफ अफ्रीका हाईएस्ट पीक बताया है। मालूम हो कि बेहद मामूली परिवार की गुंजन ने अपनी लगन और कुछ कर गुजरने के जज्बे के कारण आज विश्व स्तर पर नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि शुरुआती दिनों में उसे बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पर्वतारोही गुंजन नंदगंज क्षेत्र के रेवासा गांव की रहने वाली हैं। इनके पिता राजदेव बेहद मामूली किसान हैं। माता-पिता की इकलौती संतान गुंजन की आज इस कामयाबी पर पूरे गांव के लोग बधाइयां दे रहे हैं।