चार साल बाद भी नहीं शुरू हो सका चौसा में निर्माणाधीन 1320 मेगावॉट का थर्मल पॉवर प्लांट, बढ़ता जा रहा इंतजार
चौसा ( बक्सर ) में 11 हजार करोड़ की लागत से निर्माणाधीन 1320 मेगावॉट के थर्मल पॉवर प्लांट की परियोजना अपने निर्धारित समय के चार साल बाद भी पूरी नहीं हो सकी है। जिस कारण इस महत्वपूर्ण परियोजना के चालू होने का इंतजार बढ़ते ही जा रहा है।

-- 2021 में ही होना था परियोजना का शुभारम्भ, बीच मंे आई कई बाधाएं, निर्माण विभाग की सुस्ती भी आ रही है आड़े
केटी न्यूज/बक्सर
चौसा ( बक्सर ) में 11 हजार करोड़ की लागत से निर्माणाधीन 1320 मेगावॉट के थर्मल पॉवर प्लांट की परियोजना अपने निर्धारित समय के चार साल बाद भी पूरी नहीं हो सकी है। जिस कारण इस महत्वपूर्ण परियोजना के चालू होने का इंतजार बढ़ते ही जा रहा है।
वहीं, परियोजना के समय से चालू नहीं होने से बक्सर सहित पूरे राज्य को निर्बाध गति से विद्युत आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। जानकारों का कहना है कि इस परियोजना से उत्पादित बिजली का 80 फीसदी हिस्सा बिहार को मिलेगा, सिर्फ 20 प्रतिशत बिजली ही दूसरे राज्यों को बेची जाएगी। जिस कारण इस परियोजना को ले जिले वासियों मे उत्साह था। उन्हें इस बात की उम्मीद थी कि परियोजना के चालू होने के बाद राज्य में बिजली की समस्या दूर हो जाएगी।
लेकिन, समय-समय पर निर्माण कार्य में आई बाधा तथा निर्माण एजेंसी से सुस्ती से केन्द्र सरकार की यह महत्वपूर्ण योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है। जिससे स्थानीय लोगों का इंतजार बढ़ते ही जा रहा है। बता दें कि इस परियोजना की नींव वर्ष 2012 में रखी गई थी, जबकि 2019 में प्रधानमंत्री ने इसका शिल्यन्यास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया था। योजना के तहत 2021 तक दोनों बिजली इकाइयों को चालू किया जाना था, लेकिन अब 2025 भी आधे से अधिक बीत चुका है,
और अब तक एक भी इकाई शुरू नहीं हो सकी है। हालांकि, इसके निर्माण में थोड़ी बहुत बाधाएं उत्पन होती रही। जिससे परियोजना की रफ्तार प्रभावित हुई। पिछले कुछ वर्षों से किसी बड़ी बाधा नहीं रही, बावजूद इसके कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं हो सकी। निर्माण कार्य की धीमी गति के पीछे विभागीय सुस्ती और प्रशासनिक लापरवाही भी एक अहम कारण मानी जा रही है।
-- पिछले वर्ष केन्द्रीय उर्जा सचिव ने किया था निरीक्षण
बता दें कि पिछले साल केंद्रीय ऊर्जा सचिव, राज्य ऊर्जा सचिव सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने इस महत्वपूर्ण परियोजना स्थल का निरीक्षण किया था तथा अधिकारियों को समय से परियोजना को पूर्ण रूप से चालू करने का निर्देश दिया था। तब परियोजना संचालक एसटीपीएल के अधिकारियों ने अगले तीन महीने में पहली इकाई चालू होने का भरोसा दिया था, लेकिन वह तीन माह अब चार साल में बदल चुका हैं और परियोजना का काम अधर में लटका हुआ है। आज भी परियोजना अधूरी पड़ी हुई है। जबकि उर्जा सचिव के आश्वासन के बाद भी प्रबंधन द्वारा शीघ्र शुरू करने का कई बार आश्वासन दिया जा चुका है, जो अबतक खोखला साबित हुआ है।
-- राज्य की बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर पड़ रहा है प्रभाव
इस परियोजना के पूर्ण रूप से चालू नहीं होने से वर्तमान में प्रदेश में बढ़ते बिजली अधिभार सेे ऊर्जा आपूर्ति व्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव बन रहा है। यदि समय रहते यह संयंत्र चालू नहीं होता है, तो आम जनता को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। गौरतलब है कि निर्माण कार्य के दौरान परियोजना से जुड़े कई वरिष्ठ अधिकारियों का स्थानांतरण भी हुआ, जिससे निरंतरता प्रभावित हुई। अब जरूरत है कि सरकार इस परियोजना को प्राथमिकता देते हुए तय समयसीमा में पूर्ण कराएं, ताकि राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूती मिल सकें।
-- किसानों के आंदोलन के कारण भी प्रभावित हुआ है निर्माण कार्य
बता दें कि परियोजना स्थल के लिए चयनित जमीन के मुआवजे के लिए पिछले कई वर्षों से स्थानीय किसान आंदोलन कर रहे है। कई बार उनका आंदोलन हिंसक रूख भी अख्तियार कर चुका है तथा वे निर्माणाधीन कंपनी में आग लगाने तथा उपकरणों को तोड़फोड़ कर नष्ट करने का काम भी कर चुके है, इस कारण भी कई बार निर्माण कार्य बाधित हुआ है।
-- जिले के लिए वरदान साबित होगी थर्मल पॉवर परियोजना
बता दें कि यह परियोजना जिले के लिए वरदान साबित होगी। अभी भी यह परियोजना स्थानीय निवासियों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। परियोजना के निर्माण से चौसा इलाके में रोजगार का सृजन हुआ है। वहीं, स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि परियोजना के निर्माण काल से ही उनकी दुकानदारी चमक गई है।
बोले मुख्य कार्यपालक अधिकारी, शीघ्र शुरू होगी परियोजना
इस संबंध में थर्मल पॉवर परियोजना के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी का कहना है कि परियोजना निर्माण के अंतर्गत अंदर के सारे कार्य पूर्ण कर लिए गए है। बाकी पानी व कच्चे माल (कोयला) आपूर्ति की व्यवस्था बनाई जा रही है। कार्य भी युद्धस्तर पर जारी है। इसे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा।