चार साल नहीं हुआ बच्चा तो घरवालों ने कराई ईलाज के साथ पूजा अब बक्सर निवासी महिला ने एक साथ चार बेटे को दिया जन्म

चार साल नहीं हुआ बच्चा तो घरवालों ने कराई ईलाज के साथ पूजा अब बक्सर निवासी महिला ने एक साथ चार बेटे को दिया जन्म

केटी न्यूज /आरा

बक्सर की एक महिला ने चार बच्चों को एक साथ जन्म दिया। जिसकी किलकारी से आरा गूंज उठा। हुआ यू की आरा शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल में शनिवार की सुबह बक्सर निवासी एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया। है और चारों लडके हैं। डॉक्टर ने सफल ऑपरेशन करते हुए जच्चा -बच्चा को सुरक्षित किया। महिला के द्वारा एक साथ चार बच्चे के जन्म की खबर जैसे ही अस्पताल में लोगों के बीच अफरा-तफरी गई। देखते ही देखते उक्त महिला एवं नवजात चारों बच्चे को देखने की भीड़ इकट्ठी हो गई। वहीं एक साथ चार लड़के के पैदा होते ही उक्त महिला के परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है। महिला बक्सर जिला के नैनीजोर थाना क्षेत्र के छोटकी नैनीजोर गांव निवासी भरत यादव की 32 वर्षीय पत्नी ज्ञानती देवी है। उक्त महिला के पति भरत यादव ने बताया कि वह महाराष्ट्र के पुणे में रहकर प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है।

उसकी शादी वर्ष 2013 के मई महीने में हुई थी। जबकि उसका गौना 2015 में हुआ था। शादी के चार साल बाद तक उसकी पत्नी को कोई बच्चा नहीं हुआ था। जिसको लेकर उसने एक निजी अस्पताल से चार वर्ष तक लगातार इलाज कराया और पूजा-पाठ भी कराया। उसके बाद वर्ष 2019 में उसकी पत्नी ज्ञानती देवी ने उसकी बेटी चांदनी को जन्म दिया। जो अभी 3 वर्ष की है। उसके बाद वर्ष 2019 में उसने एक बेटे हरी ओम को जन्म दिया। जो अभी डेढ़ वर्ष का है। उसने बताया कि शनिवार को उसकी पत्नी को काफी तेज दर्द हुआ जिसके बाद उसका प्रसव कराने के लिए आरा शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया। जहां महिला चिकित्सक द्वारा देख उसे ऑपरेशन की सलाह दी। इसके बाद महिला चिकित्सक द्वारा उसका सिजेरियन किया गया और उसे चार लड़के पैदा हुआ। चारों बच्चे ठीक स्वस्थ हैं। लेकिन अभी उन्हें निजी अस्पताल के शिशु स्वास्थ्य केंद्र मे भर्ती रखा गया है। वहीं उसने बताया कि पहले से मुझे एक बेटा और बेटी थी और अब एक साथ मेरी पत्नी को चार लड़के पैदा हुए हैं। मैं सभी लड़कों को अच्छी शिक्षा देना चाहता हूं।

जबकि इलाज कर रही महिला चिकित्सक डॉ. गुंजन सिंह ने बताया कि महिला को प्रेगनेंसी था। उसे प्रेगनेंसी जॉन्डिस था। प्रसुता को सिजेरियन के बाद चार बच्चे हुए। चारों बच्चे एक साथ रोए, जो बहुत ही अच्छी साइन है। चारों नवजात का सभी पैरामीटर नॉर्मल था। प्रसुता के जॉन्डिस के लिए ट्रीटमेंट चल रहा है। इस मौके पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरजीत मौजूद रहे। उन्होंने चारों नवजात शिशु के स्वास्थ्य की जांच की।