पुलिस बन युवाओं से करता था ठगी, कैमूर पुलिस ने चौसा से किया गिरफ्तार
वर्दी पहनकर खुद को दरोगा बताने वाला एक युवक शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बक्सर जिले के चौसा बारा मोड़ का रहने वाला धीरेंद्र खरवार उर्फ मंगरू लंबे समय से बेरोजगार युवाओं को पुलिस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी करता आ रहा था।

-- फर्जी दारोगा बन गरीब व बेरोजगार युवाओं को ठगी का शिकार बनाता था चौसा का धीरेंद्र खरवार
केटी न्यूज/बक्सर
वर्दी पहनकर खुद को दरोगा बताने वाला एक युवक शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बक्सर जिले के चौसा बारा मोड़ का रहने वाला धीरेंद्र खरवार उर्फ मंगरू लंबे समय से बेरोजगार युवाओं को पुलिस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी करता आ रहा था।
आरोपी के खिलाफ कैमूर जिले के कुदरा थाना में पहले से मामला दर्ज था और उसकी तलाश महीनों से जारी थी। धीरेंद्र अपने आप को सब-इंस्पेक्टर बताकर लोगों को भ्रमित करता था। वह पुलिस की वर्दी पहनकर युवाओं से मिलता था, खुद को प्रभावशाली बताता और यह विश्वास दिलाता कि वह पुलिस विभाग में नौकरी दिला सकता है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसके निशाने पर खासकर गरीब और बेरोजगार युवा होते थे,
जिनसे वह 1 से 2 लाख रुपये तक वसूलता था।वर्ष 2024 में कुदरा थाना क्षेत्र के खनेठी गांव निवासी संजय प्रसाद गुप्ता ने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि धीरेंद्र ने करीब 10 युवकों से 15 लाख रुपये की ठगी की है।
गुप्त सूचना के आधार पर शुक्रवार को कुदरा पुलिस चौसा पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। कुदरा थाना प्रभारी विकास कुमार के अनुसार, आरोपी से पूछताछ कर उसके नेटवर्क की जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस को आशंका है कि धीरेंद्र अकेला नहीं था, बल्कि उसके पीछे एक पूरा गिरोह काम कर रहा है। बक्सर जिले में भी उसके खिलाफ शिकायतें हैं, हालांकि वहां अभी तक किसी पीड़ित ने औपचारिक एफआईआर दर्ज नहीं कराई है।मुफस्सिल थाना प्रभारी शंभू भगत ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि धीरेंद्र पर फर्जी दरोगा बनकर लाखों की ठगी करने का गंभीर आरोप है। पुलिस अब इस फर्जीवाड़े की परत-दर-परत जांच में जुट गई है।