ट्रेन की चपेट में आने से जदयू नेता की हुई मौत, पार्टी में शोक की लहर

जदयू नेता सह चौसा प्रखंड के पवनी कमरपुर पंचायत के पूर्व मुखिया की टेªन की चपेट में आने से मौत हो गई है। हादसा मंगलवार की सुबह पवनी कमरपुर हॉल्ट की है।

ट्रेन  की  चपेट में आने से जदयू नेता की हुई मौत, पार्टी में शोक की लहर

केटी न्यूज/चौसा

जदयू नेता सह चौसा प्रखंड के पवनी कमरपुर पंचायत के पूर्व मुखिया की टेªन की चपेट में आने से मौत हो गई है। हादसा मंगलवार की सुबह पवनी कमरपुर हॉल्ट की है।  जानकारी के अनुसार पूर्व मुखिया 62 वर्षीय रामभजन कुशवाहा मंगलवार को घर से मॉर्निंग वाक पर निकले थे, इसी दौरान हाल्ट पर टेªन की चपेट में आने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

इसकी जानकारी मिलते ही जहां परिजनों में कोहराम मच गया वही राजनीतिक गलियारों में मायूशी छा गई। लोग दौड़े भागे घटना स्थल पर पहुंचे तथा शव को उठा हाई स्कूल के पास ले गए। हाई स्कूल के पास उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी रही। वही जानकारी के बाद मौके पर पहंुची जीआरपी ने शव को कब्जे में ले पोस्टामॉर्टम करा परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने भरे मन से बक्सर के चरित्रवन स्थित मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया। अंतिम संस्कार में सैकड़ो लोग शामिल हुए।

बताया जाता है कि वे प्रतिदिन सुबह टहलने जाते थे। मंगलवार को भी घर से टहलने के लिए निकले थे, वे पवनी कमरपुर हाल्ट के पास किसी ट्रेन की चपेट में आ गए। इस घटना की जानकारी के बाद परिजनों के बीच कोहराम मच गया, साथ ही जदयू नेताओं के साथ-साथ अन्य सामाजिक लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। वे वर्ष 2011 से 2016 तक पंचायत के मुखिया रहे। उसके बाद वर्ष 2016-2021 तक अपनी पत्नी गिरिजा देवी को मुखिया बनाया था। पूर्व मुखिया अपने पीछे एक पुत्र, एक अविवाहित पुत्री समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। 

मुखिया के निधन पर जदयू व अन्य दलों के नेताओं ने जताया शोक

जदयू जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने कहा कि उनके निधन की सूचना पर वह स्वजनों को सांत्वना देने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा वे पार्टी के सक्रिय नेता थे। जदयू के जिला उपाध्यक्ष रविराज ने कहा कि विगत दिनों संगठन के विस्तार के लिए हुई बैठक में वे अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे, तब किसे पता था कि उनसे यह आखिरी मुलाकात है। उनके जाने से पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है। पूर्व जिप सदस्य डा. मनोज यादव ने कहा कि वह कुशल मुखिया थे तथा कर्मठ एवं मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे, उनके निधन से समाज को भारी क्षति हुई है। इनके निधन पर महर्षि च्यवन स्थल पर चौसा व पवनी के प्रतिनिधियांे व गणमान्य लोगों ने दो मिनट का  मौन रख शोक प्रकट किया।