उप-राज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिए दिल्ली के सभी नर्सिंग होम की जांच के आदेश
उप-राज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली के तमाम नर्सिंग होम्स के पंजीकरण और वैधता से जुड़े मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो को जांच का आदेश दिए है।
केटी न्यूज़/दिल्ली
उप-राज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली के तमाम नर्सिंग होम्स के पंजीकरण और वैधता से जुड़े मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो को जांच का आदेश दिए है।उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज पर अस्पताल में आग लगने की घटना में जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगाया।विवेक विहार की घटना में 7 नवजात बच्चों की मौत हो गई थी।इस जांच के निर्देश के बाद विजिलेंस विभाग ने एसीबी के ज्वाइंट कमिश्नर को जांच शुरू करने का निर्देश दिया।इस मामले में 5 जून तक रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा गया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो को यह भी पता लगाना है कि क्या नर्सिंग होम में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारी या नर्सिंग होम में दी जा रही सुविधाएं सुरक्षा मानदंडों को ध्यान में रखते हुए पेशेवर ढंग की हैं? दिल्ली के उप-राज्यपाल ने हाल ही की घटना के स्वास्थ्य विभाग के किन कर्मचारियों की लापरवाही के कारण घटी, इसे भी उजागर करने का निर्देश दिया है।
विजिलेंस विभाग ने लिखा है कि दिल्ली में करीब 1190 नर्सिंग होम हैं।जिनमें से करीब एक चौथाई बिना रजिस्ट्रेशन या अवैध तरीके से चलाए जा रहे हैं।इसी संबंध में उपराज्यपाल ने एसीबी जांच के निर्देश दिए हैं।एसीबी को जांच करके यह पता लगाने का काम सौंपा गया है कि आखिर कितने नर्सिंग होम बिना रजिस्ट्रेशन के चलाए जा रहे हैं? इसके साथ ही क्या सभी रजिस्टर्ड नर्सिंग होम संचालन में जरूरी नियमों का पालन कर रहे हैं? एसीबी को यह भी पता लगाने का काम सौंपा गया कि क्या सभी रजिस्टर्ड नर्सिंग होम्स को 100 फीसदी निरीक्षण के बाद रजिस्टर्ड किया गया है?