महेश हत्याकांड: परिजनों का आरोप मामले को दबा रही है पुलिस, भाजपा प्रत्याशी पर भी लगाया आरोप

महेश हत्याकांड: परिजनों का आरोप मामले को दबा रही है पुलिस, भाजपा प्रत्याशी पर भी लगाया आरोप

- धनसोई में परिजनों ने प्रेस वार्ता आयोजित कर पुलिस पर लगाए आरोप, बोले परिजन अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए सभी आरोपित

केटी न्यूूज/धनसोई

होली की रात बक्सर के जूनियर डीएवी स्कूल के ठीक सामने की कॉलोनी में धनसोई निवासी 28 वर्षीय व्यवसायी महेश साह पिता विनोद साह की एक घर में हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद गृह स्वामी मिथिलेश पांडेय ने खुद पुलिस को इस घटना की जानकारी दे अपने बड़े भाई द्वारिका पांडेय पर हत्या करने का आरोप लगाया था। जबकि परिजनों का कहना है कि मिथिलेश पांडेय ही इस घटना का मुख्य अभियुक्त है तथा पूरे परिवार ने साजिश के तहत मिलकर महेश की हत्या किया है। यही आरोप लगा एफआईआर दर्ज कराया गया है। घटना के बाद जहां पुलिस ने द्वारिका पांडेय को गिरफ्तार कर लिया था वही अन्य आरोपित फरार हो गए है। गुरूवार को धनसोई में मृतक के परिजनों ने प्रेस वार्ता आयोजित कर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है। उसके पिता विनोद साह ने बताया कि पुलिस इस मामले की लीपापोती करना चाहती है। जबकि, पूरे परिवार ने साजिश के तहत मिलकर उसकी हत्या की थी। परिजनों ने बताया है कि फरार चल रहा मिथिलेश पांडेय राजनीतिक रसूख वाला व्यक्ति है तथा उसका बक्सर संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी बनाए गए मिथिलेश तिवारी से भी करीब का संबंध है। मिथिलेश तिवारी के साथ ही परिजनों ने कई कद्दावर नेताओं पर भी यह आरोप लगाया है कि वे लोग मिलकर इस मामले को दबाना चाहते है। परिजनों ने कहा कि करीब एक महीने में पुलिस न तो आरोपितों को गिरफ्तार कर सकी है और न ही पीड़ित परिजनों का बयान ही दर्ज की है। जिससे उनके मिलीभगत की बात साबित हो रही है। वही पुलिस आरोपितों के मोबाईल सीडीआर तथा घटना स्थल के आस पास के सीसीटीवी फुटेज को भी नहीं खंगाली है। जिससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस मिथिलेश तिवारी तथा उनके परिजनों को बचाना चाहती है। मृतक की मां शोभा देवी, चाची ममता देवी बड़े पिता मनजी साह आदि ने कहा कि यदि पांच दिनों के अंदर सभी आरोपित गिरफ्तार नहीं होते है तो परिजन समेत धनसोई के सभी व्यवसायी काला बिल्ला लगा अपना काम निष्पादित करेंगे तथा लोस चुनाव में वोट बहिष्कार की धमकी भी दी है। परिजनों ने आरोप लगाया कि जब सदर अस्पताल नजदीक था तो घटना के बाद उसे लेकर शहर से दूर किसी निजी अस्पताल में ले जाने का पुलिस का क्या औचित्य था। गौरतलब है कि होली की रात मिथिलेश पांडेय के घर आए धनसोई के महेश साह की लोहे के रॉड से पीटकर हत्या कर दी गई थी। तब यह बात सामने आई थी कि रूपये के लेन देन के विवाद में यह हत्या हुई है। लेकिन एक महीने में भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस पर सवाल उठने लगे है। 

कहते हैं, एसपी 

घटना की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। पुलिस सभी बिंदुओं के अलावे परिजनों के आरोपों को भी अपने जांच में शामिल करेगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। - मनीष कुमार, एसपी, बक्सर