नीट पेपर लीक को लेकर हुए कई खुलासे

नीट पेपर लीक में सरकारी गेस्ट हाउस में कुछ आरोपियों को रुकवाने की बात सामने आई ।

नीट पेपर लीक को लेकर हुए कई खुलासे
Vijay Kumar Sinha

केटी न्यूज़/पटना

नीट पेपर लीक में सरकारी गेस्ट हाउस में कुछ आरोपियों को रुकवाने की बात सामने आई । इसे लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा दावा किया।इसके साथ ही नीट पेपर लीक को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का बड़ा बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा है कि घोटाला RJD के DNA में है। NEET परीक्षा में स्पष्ट हो गया कि तेजस्वी यादव के सहयोगी ने उसे कमरा बुक कराया था और पेपर लीक में तेजस्वी यादव का हाथ है।

विजय सिन्हा ने कहा कि इसमें 1 मई को तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम कुमार ने गेस्ट हाउस के कर्मचारी प्रदीप कुमार को फोन कर सिकंदर कुमार यादवेंदु के लिए कमरा बुक करने को कहा। उन्होंने कहा कि गेस्ट हाउस के कर्मचारी को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी के पीएस प्रीतम कुमार ने कॉल किया था। इसके बाद वहां कमरा बुक किया गया।गेस्ट हाउस के एंट्री रजिस्टर में अनुराग यादव का नाम है। उसके आगे मंत्री जी लिखा है। विजय सिन्हा का दावा है कि ये मंत्री जी तेजस्वी यादव के लिए लिखा गया था।

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि एनएचएआई के गेस्ट हाउस में जो लोग ठहरे थे, वह कौन थे किसके आदेश पर उन्हें ठहरने दिया गया।उसके मुताबिक एक मई को तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार के मोबाइल नंबर से रात में 9:00 बजे पथ निर्माण विभाग में कार्यरत प्रदीप कुमार को कॉल आया था जिसमें एनएचएआई गेस्ट हाउस में सिकंदर कुमार यादवेंद्र के लिए कमरे की बुकिंग करने के लिए कहा गया था।उन्होंने कहा कि फिर 4 मई की सुबह 8:49 पर प्रीतम कुमार ने प्रदीप के मोबाइल नंबर पर कॉल कर सिकंदर के लिए बुकिंग करने की याद दिलाई। इस बार पथ निर्माण विभाग में कार्यरत प्रदीप कुमार ने एनएचएआई के गेस्ट हाउस में सिकंदर के नाम से बुकिंग के लिए पदस्थापित जूनियर इंजीनियर को वॉट्सऐप पर मैसेज भेज दिया।4 मई को प्रीतम कुमार ने प्रदीप कुमार को कमरा बुक करने के लिए फिर से फोन किया। उन्होंने कॉल डिटेल की कॉपी भी दिखाई।

उन्होंने कहा कि मैंने मामले की विभागीय जांच कराई है। 1 मई को तेजस्वी के पीएस प्रीतम कुमार ने आरसीडी कर्मचारी प्रदीप को सिकंदर कुमार के लिए एनएचएआई गेस्ट हाउस में कमरा बुक करने के लिए बुलाया था।विजय कुमार सिन्हा ने कॉल डिटेल दिखाते हुए कहा कि सभी सबूत हमारे पास है। प्रीतम कुमार यहीं पर पीएस थे जब तेजस्वी यादव इस विभाग के मंत्री थे। इसलिए उस रजिस्टर में मंत्री शब्द का उपयोग किया गया |प्रीतम कुमार इस विभाग में काफी दिन तक रहे हैं, उनका प्रभाव यहां पर है। 

सिन्हा ने कहा कि मैं मांग करता हूं कि मामले की उच्च स्तरीय जांच हो। जो लोग बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, बिहार को बदनाम कर रहे हैं, सत्ता में रहते हैं तो भी नियुक्ति में घोटाला करते हैं और सत्ता से बाहर रहते हैं तो नियुक्ति को प्रभावित करने का खेल खेलते हैं।