टीबी उन्मूलन अभियान में मुक्त वाहिनी के सदस्य निभा रहे अहम भूमिका

टीबी उन्मूलन अभियान में मुक्त वाहिनी के सदस्य निभा रहे अहम भूमिका

- टीबी मुक्त वाहिनी के सदस्यों की हुई समीक्षात्मक बैठक एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला  

- राज्य में टीबी मुक्त वाहिनी के 800 से अधिक सदस्य जगा रहे समुदाय में जागरूकता की अलख 

केटी न्यूज/पटना। राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग 2025 तक राज्य से टीबी उन्मूलन के लिए प्रयासरत है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ कई सहयोगी संस्था भी अपना सहयोग दे रहे हैं। इनमे रीच संस्था द्वारा गठित टीबी मुक्त वाहिनी के सदस्य भी अपना योगदान दे रहे हैं। इसी उद्देश्य से पटना स्थित एक निजी होटल में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आज शुभारंभ किया गया। कार्यशाला के अंतर्गत टीबी चैंपियंस (जो टीबी मुक्त वाहिनी नेटवर्क से जुड़े है) को अपनी कार्यकुशलता में इजाफा करने के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला में प्रोत्साहित किया गया तथा उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की गयी। 

16 जिलों के टीबी चैंपियंस कार्यशाला में हुए शामिल :

दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन मंगलवार को राज्य के 16 जिलों गया, मुजफ्फरपुर, सारण, वैशाली, नालंदा, भोजपुर, समस्तीपुर, गोपालगंज, दरभंगा, सीतामढ़ी, सुपौल, जमुई, बांका, किशनगंज, पुर्णिया एवं पटना के टीबी मुक्त वाहिनी के सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक की गयी। इस दौरान उनकी कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए उनका उन्मुखीकरण किया गया। सदस्यों का उन्मुखीकरण टीबी मुक्त वाहिनी के सचिव सुधेश्वर सिंह ने किया। विभिन्न जिलों से आये सदस्यों ने अपने जिले में किये जा रहे कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया। विदित हो कि राज्य में 529 प्रशिक्षित टीबी चैंपियंस टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।  

टीबी मुक्त वाहिनी के सदस्यों की दक्षता में इजाफा करना है उद्देश्य :

कार्यशाला में अपने संबोधन के दौरान टीबी मुक्त वाहिनी के सचिव सुधेश्वर सिंह ने कहा कि नियमित समीक्षा एवं उन्मुखीकरण से टीबी मुक्त वाहिनी के सदस्यों की कार्यकुशलता एवं दक्षता में इजाफा होगा। वाहिनी के सदस्य समुदाय में जागरूकता फैलाने के साथ मरीजों को ससमय दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम में आ रही समस्याओं का जमीनी स्तर पर अध्ययन कर उसे विभाग के समक्ष प्रस्तुत करना भी टीबी मुक्त वाहिनी के सदस्यों का एक प्रमुख उद्देश्य है। सुधेश्वर सिंह ने कहा कि टीबी उन्मूलन अभियान को सफल करने में समुदाय में टीबी मरीजों के साथ व्याप्त भेदभाव को बदलना जरुरी है और टीबी मुक्त वाहिनी के सदस्य इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं।   

कार्यशाला में रीच संस्था के राज्य प्रमुख स्टेट ऑपरेशन लीड बिपिन कुमार सिंह, राज्य टीवी कॉर्डिनेटर रजनीश दुबे तथा टीबी मुक्त वाहिनी के सचिव सुधेश्वर सिंह, टीबी मुक्त वाहिनी के अध्यक्ष एसएन झा, संस्थान के अन्य कर्मी के अलावा चयनित 16 जिलों के टीबी मुक्त वाहिनी के सदस्य मौजूद थे।