कोविड-19 के नए वर्जन से निपटने के लिए स्वास्थ्य संस्थानों में हुआ मॉक ड्रिल
- अस्पताल में सभी कोविड व्यवस्था की हुई जांच, संक्रमण की रोकथाम के लिए व्यवस्था पूरी
- डीडीसी ने सदर अस्पताल व डेडिकेटेड हॉस्पिटल का लिया जाएजा
- संक्रमण से सुरक्षा के लिए प्रीकॉशन डोज लगाने की अपील
केटी न्यूज/बक्सर
विश्व के कई देशों में कोविड-19 के नए मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। भारत में भी कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रोम बीएफ-7 के कुछ केस दर्ज हुए हैं। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड सुरक्षा के मापदंडों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसको लेकर मंगलवार को जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा सभी अस्पतालों में कोविड संक्रमण से उपचार के लिए उपलब्ध व्यवस्था की जांच की गई। जिलाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर डीडीसी डॉ. महेंंद्र पाल ने सदर अस्पताल में सरकार द्वारा उपलब्ध उपकरणों व स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जांच की। इसमें अस्पतालों में उपलब्ध बेड, लाइफ सपोर्ट सिस्टम, एम्बुलेंस की उपलब्धता, टेस्टिंग लैब में उपलब्ध आरटीपीसीआर, आरएटी किट्स, टेस्टिंग उपकरण, पीपीई किट्स, एन-95 मास्क की उपलब्धता, ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर आदि सुनिश्चित की गई। मॉक ड्रिल के सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ, अस्पताल प्रबंधक दुष्यंत सिंह, अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरबी श्रीवास्तव समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।
ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह क्रियाशील
उप विकास आयुक्त डॉ. महेंंद्र पाल ने सदर अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट के साथ ही अस्पताल के बेडों एवं उसपर लगे ऑक्सीजन यूनिट का निरीक्षण किया, जिसे सुचारू पाया। साथ ही उन्होंने कहा कि 103 बडा सिलिंडर एवं 88 छोटा ऑक्सीजन सिलिंडर किसी भी विपरीत परिस्थिति के लिए पर्याप्त है। निरीक्षण के बाद उप विकास आयुक्त डॉ. महेंद्र पाल ने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह क्रियाशील है। सदर अस्पताल में मौजूद 120 बेडों को ऑक्सीजन से जोड़ा गया है। सभी बेड पर वेटिलेटर सेवा उपलब्ध है। वहीं, 30 आइसोलेटेड बेड तैयार किया गया है। कोरोना संक्रमण के बचाव को लेकर निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत जिला पूरी तरह तैयार है। सिविल सर्जन ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच भी शुरू कर दी गई है। साथ ही, सदर अस्पताल में स्थापित आरटीपीसीआर जांच केंद्र संचालित हो गया है। जहां तक आवश्यक दवाइयों को देखा जाए तो पारासीटामोल, विटामिन सी एवं विटामिन इजिथ्रोमाइसिन पर्याप्त मात्रा में है।
कोविड केयर सेंटर 24 घंटे कार्यरत
कोविड-19 से लोगों को जागरूक करने और सभी आवश्यक सुविधाओं की जानकारी के लिए मेडिकल कॉलेज में कोविड केयर सेंटर कार्यरत है। कोविड लहर खत्म होने के बाद भी केयर सेंटर दिनभर कार्यरत था लेकिन जब से कोविड के नए वेरिएंट में बढ़ोतरी देखी गई है इसे फिर से 24 घंटे के लिए एक्टिवेट कर दिया गया है। लोग कोविड केयर सेंटर में कॉल करके संक्रमण से सुरक्षा सम्बंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
नए वेरिएंट्स से बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं
सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने कहा कि वर्तमान में जिले में कोई भी कोविड-19 का मामला नहीं है। लोगों को कोविड-19 के नए वेरिएंट्स से बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग इससे निपटने के लिए पहले भी तैयार था और अभी भी तैयार है। तैयारियों के निरक्षण के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसमें सभी स्थितियों की जांच की गई। उन्होंने लोगों से अपील किया कि लोग कोविड से सुरक्षा के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन करें। जिसमें लोगों से सामाजिक दूरी का ख्याल रखना, पूरी तरह मास्क का प्रयोग करना, हाथों को सैनिटाइजर से सफाई करना आदि महत्वपूर्ण है। इसके अलावा सभी लोग कोविड प्रीकॉशन डोज जरूर लगाएं। जिससे कि संक्रमित होने की संभावना कम हो जाती है।