रघुनाथपुर सीएचसी प्रभारी ने कर्मी को जान से मारने की दी धमकी, किया दुर्व्यवहार वीडियो वायरल
- चिकित्सक ने योगदान करने आए कर्मी के अलावा सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ भी की बहस
- वायरल वीडियो में संदेहास्पद दिखी सीएचसी प्रभारी की स्थिति, परिसर में सिगरेट पीते आते हैं नजर
केटी न्यूज/ब्रह्मपुर
सूबे के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के लाख प्रयास के बावजूद जिले में स्वास्थ सुविधाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। डाॅक्टरों की मनमानी से अस्पतालों की स्थिति दयनीय हो गई है। एक तरफ बक्सर सीएस को बेहतर कार्यों के लिए उप मुख्यमंत्री के हाथों हाल ही में सम्मान मिला है, तो दूसरी तरफ उनके अधिनस्थ कई ऐसे भी डाॅक्टर हैं, जिन्हें खुद इलाज की जरूरत है। यहां हम बात कर रहे हैं, ब्रह्मपुर प्रखंड के रघुनाथपुर सीएचसी प्रभारी डाॅ. राजेश गुप्ता की। अक्सर कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार के कारण चर्चा में रहने वाले इस चिकित्सा पदाधिकारी का एक वीडियो वायरल हुआ है। वायरल वीडियो सोमवार की है। जिसमें वो योगदान करने आए एक परिचारी को खुलेआम गालियां दे रहे हैं और उसे जान से मारने तक की न सिर्फ धमकी दी, बल्कि ईंट उठा उस पर वार करने का प्रयास भी किया। उस घटना के बाद एक और वीडियो है, जिसमें देखा जा सकता है कि वे अस्पताल परिसर के अंदर खुलेआम सिगरेट का पैकेट लिए व सिगरेट पी रहे हैं। जबकि स्वास्थ विभाग के नियमों के मुताबिक अस्पताल परिसर में धुम्रपान निषेध है। वहीं, वीडियो में वे कई संदेहास्पद हरकते करते हुए नजर आ रहे है। जिसे देख कोई भी अंदाजा लगा सकता है कि वो या तो मानसिक रूप से बीमार हैं या फिर नशे की चपेट में है।
हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है वे किस कारण से ऐसी हरकते कर रहे है। वे कभी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी देते नजर आ रहे है तो कभी अधिनस्थों तथा वहां मौजूद लोगों को मारने भी पड़ जा रहे है। तीसरे वीडियो में अस्पताल परिसर में स्थित पेड़ के चबूतरे पर भी कभी निठाल हो पड़ जा रहे है। इस दौरान उनके कपड़े भी अस्त व्यस्त दिख रहे हैं। परिचारी के अलावा डॉ. राजेश गुप्ता ने जदयू प्रखंड अध्यक्ष हरिहर सिंह कुशवाहा तथा सामाजिक कार्यकर्ता कृपा शंकर चौधरी के साथ भी अभद्रता की। इसके पहले भी वे तीन बार अपने सहकर्मियों से दुर्व्यवहार कर चुके है। जिसकी शिकायत डीएम तथा सीएस से की गई थी। लेकिन न तो उन्हें वहा से हटाया गया और न ही कोई कार्रवाई की गई। बल्कि कुछ महीने के अंतराल पर फिर से उन्हें प्रभारी बना दिया गया।
अस्पताल परिसर में ऐसे रहते है सीएचसी प्रभारी चिकित्सक
योगदान करने आया था परिचारी
मामले में बताया जाता है कि परिचारी प्रशांत कुमार श्रीवास्तव इसी सीएचसी का कर्मी है तथा उसका प्रतिनियोजन सदर अस्पताल में हुआ था। प्रतिनियोजन अवधि पूरी होने के बाद वो पुनः सीएचसी में योगदान के लिए आया था। हालांकि बाद में दूसरे कर्मी के द्वारा मंगलवार को उनका योगदान कराया गया।
बोले लोग मानसिक संतुलन रहता है खराब
इस संबंध में जदयू प्रखंड अध्यक्ष हरिहर सिंह कुशवाहा ने कहा कि सीएचसी प्रभारी डा राजेश गुप्ता का मानसिक संतुलन खराब रहता है। उन्होंने कहा कि वे अक्सर ऐसी हरकते करते है। जबकि सामाजिक कार्यकर्ता कृपा शंकर चौधरी ने कहा कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहने से इलाज कराने आने वाले मरीजों तथा उनके परिजनो को नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने इस मामले की जांच करा कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
रघुनाथपुर सीएचसी प्रभारी डाॅ. राजेश गुप्ता
एक दशक से जमे है प्रभारी, डीएम व सीएस हरकतों से हैं वाकिफ
स्थानीय लोगों का कहना है कि डॉ. राजेश गुप्ता पिछले एक दशक से इसी सीएचसी में जमे हैं। यहां तक कि जिलाधिकारी अमन समीर व सिविल सर्जन भी उनकी हरकतों से भली भांति वाकिफ हैं। लोगों व कर्मियों द्वारा कई बार उनके आचरण को लेकर शिकायत की गई है। इस कारण उनका ट्रांसफर नहीं किया जा रहा है। लंबे समय से उनका ट्रांसफर नहीं किए जाने से कई सवाल खड़े हो रहे है।
बोले सीएस, होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई
मामले में किसी ने वीडियो भेजा था। घटना की जानकारी हुई है। जो काफी गलत है। जिसकी जांच कराई जाएगी। साथ ही, संबंधित चिकित्सक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। - डॉ. जितेंद्र नाथ, सिविल सर्जन, बक्सर