जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने को ले दिया एक दिवसीय धरना

गुरूवार को जनसंख्या समाधान फाउंडेशन द्वारा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अंबेडकर चौक पर एक दिवसीय धरना दिया गया। यह धरना देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर आयोजित किया गया था।

जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने को ले दिया एक दिवसीय धरना

- अंबेडकर चौक पर आयोजित हुआ था धरना

केटी न्यूज/बक्सर 

गुरूवार को जनसंख्या समाधान फाउंडेशन द्वारा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अंबेडकर चौक पर एक दिवसीय धरना दिया गया। यह धरना देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर आयोजित किया गया था।

इसके साथ ही जनसांख्यिकीय असंतुलन के समाधान के लिए डीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा गया। जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन के कार्यकर्ताओं ने जेएसएफ जिलाध्यक्ष संतोष कुमार दूबे के नेतृत्व में धरना दिया तथा जनसंख्या विस्फोट एवं जनसांख्यिकीय असंतुलन जैसी भीषण समस्या से उत्पन्न हो रहे संभावित गृहयुद्ध के खतरे को रोकने के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

धरने में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं होने से अंधाधुंध संतानोत्पत्ति करने की प्रवृत्ति जारी है। जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाकर इसपर अंकुश लगाना आवश्यक है। इसमें एक पल की देरी भारत और भारतीय संस्कृति के लिए पूर्व की भांति ही विघटनकारी साबित हो सकती है। एक वर्ग विशेष द्वारा रणनीति के तहत जानबूझकर अपनी जनसंख्या बढ़ाई जा रही है

और सनातन समाज की युवा पीढ़ी में एक बच्चे तक सीमित रहने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण देश के अनेक भागों में 6 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों में जनसंख्या का संतुलन उस वर्ग विशेष के पक्ष में झुकता दिखने लगा है। भारत जनसंख्या में धार्मिक असंतुलन के कारण हुए विघटन के दंश का प्रत्यक्ष भुक्तभोगी है, परन्तु पूर्व की सरकारों की विभाजन के तुरन्त बाद से जारी तुष्टिकरण की नीति के चलते अब फिर से वैसी ही परिस्थितियां निर्मित होती दिखाई दे रही हैं।

जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने को लेकर जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन द्वारा विगत लगभग 11 वर्षों से हजारों छोटी-बड़ी सभाएं एवं धरना-प्रदर्शन किया गया है। वहीं सांसद संवाद कार्यक्रम, राष्ट्रपति सहित महत्वपूर्ण लोगों से भेंट कर राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। यदि जल्द कानून नहीं बना तो अब विधायकों एवं सांसदों के साथ महत्वपूर्ण जन प्रतिनिधियों के घेराव पर संगठन विचार करने लगी है।

धरना में प्रदेश उपाध्यक्ष सुमन सिंह, लक्ष्मण शर्मा, माधुरी कुंवर, बिरेंद्र पांडेय, विनोद सिंह, सुरेश मिश्रा, मनोज तिवारी, कमलेश मिश्रा, दीपक उपाध्याय, अमरेंद्र दूबे, अगस्त उपाध्याय, सुनिल ओझा, संजय सिंह, निरज तिवारी, विपीन सिंह समेत अन्य शामिल रहे।