राहुल और अखिलेश ने 'पसमांदा समाज' को बरगलाकर और झूंठा दिलासा देकर वोट हासिल किये-वसीम राईन

इंडिया पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन ने एक खुलासा किया।वसीम ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर पसमांदा समाज को बरगलाकर वोट हासिल करने का आरोप लगाया है।

राहुल और अखिलेश ने 'पसमांदा समाज' को बरगलाकर और झूंठा दिलासा देकर वोट हासिल किये-वसीम राईन
Rahul or Akhilesh

केटी न्यूज़/बाराबंकी

इंडिया पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन ने एक खुलासा किया।वसीम ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर पसमांदा समाज को बरगलाकर वोट हासिल करने का आरोप लगाया है।राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन ने कहा कि कांग्रेस ने पसमांदा समाज को कुछ देने की बजाय हमेशा छीना ही है।चाहे वह धार्मिक आजादी हो या फिर बुनियादी तरक्की, यही हाल सपा का भी है।उन्होंने कहा कि राहुल और अखिलेश ने एक बार फिर पसमांदा समाज को बरगलाकर और झूंठा दिलासा देकर उनका वोट हासिल कर लिया।मतलब निकल जाने के बाद दोनों ने किनारे पकड़ लिए।खटाखट खाते में रुपये मिलने की आस में महिलाएं कांग्रेस कार्यालय के चक्कर काट रही हैं और वोट हासिल कर दोनों नेता अब शतरंज की नई चाल चलने में जुटे हैं।

वसीम ने आगे कहा क्या कांग्रेस और क्या सपा, पसमांदा समाज का वोट लेने के लिए सारी चाल चली..? पर चुनाव में न किसी चेहरे को टिकट दिया और न ही आगे की रणनीति ही बताई, तो वोट लेने के बाद पीडीए का राग अलाप रहे अखिलेश क्या पसमांदा समाज से किसी को राज्यसभा भेज रहे हैं..? क्या पसमांदा समाज के एहसान का बदला वह चुकाएंगे..? पसमांदा यही सवाल कर रहा है। फिलहाल खटाखट पैसे खाते में आते नहीं दिख रहे और न ही कांग्रेस की गारंटी ही दूर दूर तक पूरी होती दिखाई दे रही।गनीमत यह कि महाठगबंधन को बहुमत नहीं मिला वरना शातिरों के सरदार जाने क्या कर दिखाते।

यह दोनों झूठ का सहारा लेकर और झूठे वादे कर पसमांदा समाज का वोट लेने में काफी हद तक सफल रहे। जैसे कि महिलाओं के खाते में खटाखट रुपये भेजने का वादा।आमजन की गरीबी, परेशानी और मजबूरी का फायदा कैसे उठाया जाता है, यह कोई राहुल और अखिलेश से सीखे। अब आलम यह है कि महिलाएं खाते में खटाखट पैसा आने के वादे को अमल में आते देखने के लिए कांग्रेस कार्यालय पर कई दिन से मौजूद हैं और चक्कर लगा रही, पर हमेशा की तरह जिम्मेदार गायब हैं।अब भला इससे बड़ा मजाक और क्या होगा..?उन्होंने कहा कि राहुल और अखिलेश ने सत्ता के लालच में सारी हदें पार कर दी हैं।सपना तो यही था कि झूठे वादे कर ज्यादा सीट हासिल करेंगे और सत्ता में आ जाएंगे,पर झूठ का महल ज्यादा नहीं टिकता।एक बार फिर जोड़ी बनाकर पब्लिक को खेल तमाशा दिखाने आये दोनों नेताओं के मंसूबों पर जनता ने पानी फेर दिया।