रंजन ने खोले राज, स्वर्ण व्यवसायी की छाती पर बैठ गला-मुंह दबा की गई थी हत्या

रंजन ने खोले राज, स्वर्ण व्यवसायी की छाती पर बैठ गला-मुंह दबा की गई थी हत्या

- राजकोट में गिरफ्तारी के बाद रंजन यादव गुरुवार को लाया गया आरा 

- मुख्य आरोपित अमर सहित अन्य आरोपितों की धरपकड़ को छापेमारी तेज

केटी न्यूज/आरा

जिले के चर्चित आभूषण कारोबारी सह अधिवक्ता हरिजी गुप्ता के अपहरण और हत्याकांड में गिरफ्तार रंजन यादव को आरा लाया गया। गुरुवार की सुबह पुलिस टीम उसे लेकर आरा पहुंची। उसे रविवार की सुबह गुजरात के राजकोट में गिरफ्तार किया गया था। उसे पूछताछ के बाद शुक्रवार को जेल भेज दिया जाएगा। इधर, सूत्रों के अनुसार रंजन यादव द्वारा पूछताछ में पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी है। सूत्रों के मुताबिक रंजन यादव द्वारा पूछताछ में बताया गया कि वह घटना में शामिल था। अमर कुमार ने छाती पर बैठ और गला-मुंह दबा व्यवसायी हरिजी गुप्ता को मार डाला था। व्यवसायी  को पटना-बक्सर फोरलेन के रास्ते कार से ले जाया जा रहा था। इस बीच धनुपरा के पास ही व्यवसायी की मौत हो गयी थी। उसके बाद शव को रानीसागर के पास पुलिया के नीचे छुपा दिया गया। घटना के बाद वह आरा लौट आया। वहां से पटना के रास्ते राजकोट भाग गया था। वहां रविवार की सुबह गुजरात पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे लाने के लिए केस के आईओ दारोगा अविनाश कुमार के नेतृत्व में टीम राजकोट गयी  थी। पुलिस मुख्य आरोपित अमर कुमार सहित अन्य की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी में जुटी है। 

घटना के दिन ऑटो में बैट्री लगाने अमर के पास पहुंचा था रंजन 

नगर थाना क्षेत्र अहिरपुरवा मोहल्ला निवासी रंजन यादव हत्याकांड के मुख्य आरोपित अमर कुमार का ऑटो चलाता था। घटना के दिन वह ऑटो में बैटरी लगाने अमर के पास दुकान पर गया था। तभी व्यवसायी हरिजी गुप्ता किराया लेने अमर के पास पहुंच गए। वहां दोनों में विवाद हो गया और मारपीट हुई। उस दौरान अमर कुमार द्वारा धक्का दे व्यवसायी को गिरा दिया गया। उसके बाद वह उनकी छाती पर बैठ गया और मुंह व गला दबा दिया। कुछ देर में ही व्यवसायी शांत हो गये, तो कार पर लादकर बिहिया की ओर निकल गये।

राजकोट में काम करता था रंजन, छठ को ले दीपावली में आया था घर 

रंजन यादव करीब छह साल से गुजरात के राजकोट की किसी कंपनी में काम करता था। वह टेंपो भी चलाता था, जिसके कारण उसका संबंध  मोटर पार्ट्स दुकानदार अमर कुमार से बन गया था। ऐसे में वह जब भी घर आता था, तो पअमर का ऑटो चलाता था। इस साल उसके घर छठ पूजा हो रहा था। उसे लेकर वह दीपावली पर राजकोट से घर आया था। छठ के बाद उसे राजकोट जाना था। इस बीच दो नवंबर को अमर के पास चला गया और अपहरण व हत्याकांड  में फंस गया। बता दें कि नगर थाने के महाजन टोली नंबर एक निवासी आभूषण कारोबारी हरिजी गुप्ता दो नवंबर को किराया वसूलने बलुआही स्थित अपने मार्केट गये थे। उसके बाद उनको अगवा कर लिया गया था। रविवार को उनका शव आरा-बक्सर हाईवे पर रानीसागर के पास पुलिया के नीचे पानी भरे नाले से मिला था। अपहरण और हत्या को लेकर व्यवसायी के मार्केट के  किरायेदार रौजा मोहल्ला निवासी अमर कुमार सहित अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। उसमें पुलिस द्वारा अबतक रितेश कुमार और रंजन यादव को गिरफ्तार किया जा चुका है